देश में कोरोना वायरस महामारी तेजी से फैलने के साथ कई राज्यों में लॉकडाउन होने से घरेलू व्यापार में बड़ी गिरावट आई है। कोरोना के डर से बाजार सूने हो गए हैं जिससे घरेलू व्यापार को रोजाना 6000 करोड़ रुपये का झटका लग रहा है।
व्यापारियों के शीर्ष संगठन कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने हिन्दुस्तान को बताया कि आर्थिक सुस्ती के बीच कोराना संकट ने घरेलू कारोबार की कमर तोड़ दी है। कोरोना महामारी को रोकने के लिए अब तक करीब 80 जिलों को लॉक डाउन किया गया है।
इससे बाजार में मांग तेजी से घटी है। जनवरी तक देशभर में रोजाना 15 हजार करोड़ रुपये का घरेलू व्यापार होता था जो घटकर करीब 9000 करोड़ रुपये का रह गया है। आने वाले दिनों में और तेज गिरावट आने की आशंका है।
कोरोना संकट गहराने के साथ सब्जियों और फलों के दाम में बड़ा उछाल आने की आशंका बढ़ गई है। आजादपुर मंडी के कारोबारी और ओनियन मर्चेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने हिन्दुस्तान को बताया कि सरकार की ओर बचाव के लिए मंडी में कोई व्यवस्था नहीं की गई है।
इसके चलते अदरक, संतरे, लहसुन, अनार समेत 15 से अधिक एसोसिएशन ने अपना कारोबार बंद कर दिया है। इसका असर बाजार में दिखाई देने लगा है। जल्द ही पूरी मंडी बंद हो सकती है।