दौलत कमाकर अपने देश लौट आते हैं ऐसे लोग

हाथ में रेखाएं कई तरह की होती हैं, लेकिन कई बार कोई रेखा दो भागों में बंट जाती है। इसे दोमुखी रेखा कहते हैं। इसी में एक है जीवन रेखा। जीवन रेखा व्यक्ति की जीवन की ओर भी इशारा करती है। अनेक हाथों में जीवन रेखा बिल्कुल सरल होती है, लेकिन कई बार जीवन रेखा से एक और रेखा निकलकर बाहर की ओर जाते हुए दोमुखी हो जाती है। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार दो मुखी जीवन रेखा वाले जातक विदेश यात्रा जरुर करते हैं और वहीं पर जाकर बस जाते हैं, लेकिन यदि जीवन रेखा से निकली रेखा का रुख अंदर की ओर है तो ऐसे लोग विदेश तो जाते हैं, लेकिन धन कमाकर वापस अपने देश लौट आते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार दोमुखी जीवन रेखा से विवाह के बारे में भी पता किया जा सकता है। यदि जीवन रेखा से निकली दूसरी रेखा जिससे यह दो मुखी रेखा बन रही है उसका रुख बाहर की ओर है तो ऐसे जातक की शादी बहुत दूर होती है। कभी-कभी ऐसे लोगों की शादी भिन्न संस्क़ृति के जातक से हो जाती है। इस तरह के लोगों की कर्मभूमि भी जन्मभूमि से अलग होती है, लेकिन यदि रेखा अंदर की ओर है तो ऐसे जातक की शादी स्थानीय होती है। इस तरह के लोगों की आजीविका भी घर के नजदीक ही रहती है। जीवन रेखा पर विभिन्न रेखा काटती हुई भी दिखती हैं। जीवन रेखा को ऊपर से नीचे की ओर देखा जाता है। जिस उम्र में जीवन रेखा काटती है उस समय में स्वास्थ्य को लेकर कुछ दिक्कतें आ सकती हैं। जीवन रेखा को काटने वाली रेखाएं स्वास्थ्य को लेकर परेशानी को इंगित करती हैं। कभी-कभी कुछ लोगों के हाथों में जीवन रेखा और मस्तिष्क रेखा दूर-दूर होती हैं जबकि कुछ की मिली हुई। जिन लोगों के हाथों में मस्तिष्क और जीवन रेखा में अंतर होता है वे अपना काम खुद करते हैं। वे दूसरे लोगों का हस्तक्षेप नहीं चाहते। ऐसे लोगों को गुस्सा बहुत आता है। इसके चलते इनका फ्रेंड सर्किल बहुत छोटा होता है। ऐसे लोगों को एक बार में सफलता नहीं मिल पाती।

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