फरीदाबाद पुलिस की साइबर क्राइम टीम ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो मैट्रिमोनियल साइट (Matrimonial Site) पर लोगों को शादी का झांसा देकर उनके रुपये ऐंठता था। पुलिस ने इस गिरोह के चार सदस्यों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। इनमें एक महिला भी शामिल है, जो मैट्रिमोनियल साइट पर अपना फर्जी प्रोफाइल तैयार कर शादी का झूठा झांसा देकर कर गिफ्ट भेजने का नाटक करती थी। फिर उसके अन्य साथी खुद को कस्टम अधिकारी बताकर गिफ्ट के सरचार्ज के नाम पर अलग-अलग तरीकों से रुपये खाते में जमा करा लेते थे। जांच में पता लगा है कि यह गिरोह अब तक करीब 100 लोगों से ठगी कर चुका है।
गिरफ्तार अभियुक्तों में चिनोंतो रॉय अकाता, अजय, आतिफ अली और एक महिला शामिल है। आरोपी चिनोंतो रॉय अकाता नाईजीरियन है। अजय सिम उपलब्ध कराता था, आतिफ अली फर्जी दस्तावेज से अकाउंट खुलवाकर उनमें ठगी के रुपये मंगवाता था। आतिफ को सात दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है, जबकि अन्य को न्यायिक हिरासत भेजा गया है।
पीड़ित से ठगे थे पौने छह लाख रुपये : साइबर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर बसंत कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी फिलहाल दिल्ली में रह रहे थे। उन्होंने मैट्रिमोनियल साइट पर शादी का झांसा देकर एनआईटी निवासी अमरीक सिंह जुनेजा से 5.78 लाख रुपये ठगे थे। अमरीक की मुलाकात एक मैट्रिमोनियल साइट पर आरोपी महिला से हुई थी। उसने खुद को नीदरलैंड के एम्सटर्डम शहर की रहने वाली बताकर उससे दोस्ती की और फिर अपने प्यार के जाल में फंसा लिया। इसके बाद युवक से मिलने के लिए भारत आने की बात कहते हुए जाल में फंसाए रखा।
ऐसे करते थे ठगी : इसके बाद आरोपी महिला ने अमरीक को फोन करके बताया कि वह लगभग 88 लाख का सामान अपने साथ लेकर आ रही थी, जहां एयरपोर्ट पर कस्टम अधिकारियों ने उसे पकड़ लिया है। इसके बाद उसने अमरीक से फर्जी कस्टम अधिकारी बने अपने साथियों से बात करवाई। आरोपियों ने कस्टम की कागजी कार्रवाई के लिए 5 लाख 78 लाख रुपये भरने को कहा। अमरीक ने बताए गए खाते में पैसे ट्रांसफर कर दिए। जब अमरीक को फर्जीवाड़े का पता चला तो उसने इसकी शिकायत थाना साइबर क्राइम में लिखित तौर पर दी थी। इसके बाद आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी व षडयंत्र की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई।
छह महीने में बैंक खातों में जमा कराए 90 लाख
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरोह के सदस्यों की ओर से फर्जी दस्तावेज लगाकर खोले गए पांच बैंक खातों में पिछले छह माह में करीब 90 लाख रुपये का लेन देन-पाया गया है। इनके कब्जे से 50 हजार 900 रुपये नकद व वारदात में इस्तेमाल चार मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
कई राज्यों के लोगों को बनाया ठगी का शिकार
डीसीपी क्राइम नरेंद्र सिंह के निर्देश पर थाना साइबर क्राइम प्रभारी इंस्पेक्टर बसंत कुमार के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई। टीम ने साइबर तकनीक की मदद से आरोपियों को अलग-अलग राज्यों से धर दबोचा। अभी तक की गई छानबीन में आरोपियों ने गुरुग्राम, गाजियाबाद, नोएडा, अहमदाबाद में वारदातों का अंजाम दिया। फरीदाबाद पुलिस ने इस संबंध में संबंधित राज्यों की थाना पुलिस को सूचित कर दिया गया है।