रीट बीएसटीसी बीएड विवाद पर हाईकोर्ट आज सुना सकता है फैसला

रीट लेवल-1 से बीएड धारियों को बाहर करने की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रहे बीएसटीसी उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला आज आ सकता है। आज हाईकोर्ट में मामले की सुनवाई होगी। इस बीच सोशल मीडिया पर बीएसटीसी अभ्यर्थी मांग कर रहे हैं कि राज्य सरकार बीएसटीसी अभ्यर्थियों की मजबूत पैरवी करवाकर उन्हें न्याय दिलवाए। इसके अलावा अभ्यर्थी केस की सुनवाई से एक दिन पहले 21 नवंबर को अपनी एकजुटता का प्रदर्शन करने के लिए जयपुर स्थित शहीद स्मारक पर जुटने का आवाह्न भी कर रहे हैं।

अपनी मांग को लेकर बीएसटीसी अभ्यर्थी पिछले कई दिनों से ट्विटर पर हैश टैग #bstc_level_1_का_हक , #bstc_की_पुकार_सुनो_सरकार , #bstc_के_साथ_अन्याय_क्यों , #BSTC_बेरोजगारों_का_मुकदमा_वापस_लो , #BSTC_को_बचाओ_गहलोतजी … के साथ सीएम अशोक गहलोत और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को टैग करते हुए ट्वीट कर रहे हैं।

इससे पहले मंगलवार को जोधपुर हाईकोर्ट में सुनवाई पूरी नहीं हो पाई थी। राज्य सरकार ने हलफनामा दायर कर कहा था कि लेवल-1 के पदों के मुकाबले पर्याप्त संख्या में बीएसटीसी अभ्यर्थी मौजूद हैं। एनसीटीई का नोटिफिकेशन राज्य में लागू नहीं होता है।

शिक्षा विभाग की ओर से जारी रीट नोटिफिकेशन में लेवल-1 में केवल बीएसटीसी वालों को ही पात्र माना गया था लेकिन बीएड डिग्रीधारियों के हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने के बाद हाईकोर्ट ने बीएड वालों को दोनों लेवल में शामिल करने के आदेश दिए। दूसरी ओर बीएसटीसी अभ्यर्थियों ने भी हाईकोर्ट में एनसीटीई के नोटिफिकेशन को चुनौती दे दी थी।

आपको बता दें कि पिछले एक महीने से रीट अध्यापक पात्रता परीक्षा लेवल-1 से बीएड धारियों को बाहर करने की मांग को लेकर जयपुर के शहीद स्मारक पर बीएसटीसी अभ्यर्थियों का धरना और क्रमिक अनशन जारी है।

राजस्थान बोर्ड ने रीट रिजल्ट 2 नवंबर 2021, मंगलवार सुबह जारी कर दिया था। परीक्षा के महज 36 दिन बाद नतीजे जारी कर दिए गए थे। करीब साढ़े 16 लाख उम्मीदवारों ने रीट का एग्जाम दिया था। उम्मीदवारों को था। रीट से राजस्थान में 31000 शिक्षकों की भर्ती होगी।

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