यूपी की सत्ता पाने के लिए भाजपा ने 2016 में प्रदेश में परिवर्तन यात्राएं निकाली थीं। तब पार्टी को 2017 में सूबे की सत्ता मिली। सत्ता में वापसी के लिए अब भाजपा ने विजय का संकल्प दिलाने के लिए चार यात्राएं निकालने का फैसला किया है। यह यात्राएं मथुरा, अयोध्या, चित्रकूट और सहारनपुर से शुरू होंगी। इनके जरिए पार्टी बृज, पूर्वांचल, बुंदेलखंड और पश्चिमी यूपी को कवर करेगी। पूरे प्रदेश का भ्रमण करती हुई यह यात्राएं 25 दिसंबर तक लखनऊ पहुंचेंगी।भाजपा ने यूपी का चुनावी माहौल गर्माने को फिर रैलियां निकालने का फैसला किया है। चारों यात्राओं के लिए कई नाम सुझाए गए थे। इनमें विजय संकल्प यात्रा, विकास यात्रा, जन आशीर्वाद यात्रा जैसे नाम शामिल हैं। इन यात्राओं का खाका खींचने और पूरा रूट मैप तैयार करने के लिए पार्टी ने नौ सदस्यीय टीम बनाई है। इस टीम में भाजपा के राष्ट्रीय सचिव और बस्ती के सांसद हरीश द्विवेदी, सांसद विनोद सोनकर, सांसद सतीश गौतम, एमएलसी विद्यासागर सोनकर, राज्यमंत्री धर्मवीर प्रजापित, एमएलसी गोपाल अनजान व विद्यासागर सोनकर, बाबूराम निषाद और एक अन्य सांसद शामिल हैं। यह टीम सभी संगठनात्मक क्षेत्रों के अध्यक्षों संग परामर्श कर रूट को अंतिम रूप देने में जुटी हैं। जिन हिस्सों में मुख्य यात्रा नहीं जा सकेगी, वहां उपयात्रा निकालने का प्लान है।
हर यात्रा के लिए दो दो प्रभारी तय हुए
हर यात्रा के लिए दो-दो प्रभारी भी तय कर दिए गए हैं। बृज क्षेत्र की यात्रा मथुरा से शुरू होगी। इसके प्रभारी बाबूराम निषाद और एमएलसी मानवेंद्र होंगे। अयोध्या से निकलने वाली यात्रा के प्रभारी सांसद हरीश द्विवेदी और जयप्रकाश निषाद होंगे। तीसरी यात्रा बुंदेलखंड के चित्रकूट से शुरू होगी। इसका जिम्मा सांसद विनोद सोनकर और राज्य मंत्री धर्मवीर प्रजापित को दिया गया है। जबकि चौथी यात्रा पार्टी पश्चिमी यूपी के सहारनपुर से निकालने जा रही है। इसके प्रभारी सांसद सतीश गौतम और एमएलसी गोपाल अनजान होंगे।