दिल्ली पुलिस ने 3 घंटे में सुलझाया 7 साल के बच्चे की किडनैपिंग का मामला, जानिए किडनैपर को पुलिस ने कैसे धर दबोचा?

राजधानी दिल्ली के शाहदरा जिले की पुलिस ने 7 साल के एक बच्चे के अपहरण के मामले को सुलझाने का दावा किया है. पुलिस ने इस मामले में एक नौकर को गिरफ्तार किया है. घर के ही नौकर ने बच्चे का अपहरण कर लिया था. नौकर ने बच्चे को रिहा करने के एवज में परिवार से 1 करोड़ 10 लाख रुपये की मांग की थी. किडनैपिंग के इस मामले को पुलिस ने महज 3 घंटे के अंदर सुलझा लिया.

दरअसल मंगलवार की शाम दिल्ली के गांधी नगर इलाके में उस समय सनसनी फैल गई जब पुलिस को एक सात साल के बच्चे के अपहरण की सूचना मिली. पूर्वी रेंज के ज्वाइंट कमिश्नर सागर प्रीत हुड्डा ने बताया कि मंगलवार की शाम पुलिस को कॉल मिली कि एक 7 साल के बच्चे का अपहरण कर लिया गया है. इस सूचना के बाद पुलिस तुरंत हरकत में आई और उस परिवार के पास पहुंची जहां से पुलिस को यह कॉल मिली थी.

 

परिवार ने पुलिस को बताया कि घर का नौकर मोनू गायब है. बच्चा उसी के पास है. उसने बच्चे की मां को फोन करके कहा है कि 1 करोड़ 10 लाख रुपए का इंतजाम करो नहीं तो अच्छा नहीं होगा. इसके बाद वो लगातार फोन करता रहा. अपहरण की सनसनीखेज वारदात को सुलझाने के लिए शाहदरा जिले के डीसीपी ने कई टीमें बनाई. एक टीम घर के नौकर मोनू का पता कर रही थी तो वहीं दूसरी टीम परिवार के साथ थी क्योंकि किडनैपर मोनू लगातार परिवार को फोन कर रहा था. पुलिस के मुताबिक जब मोनू का फिर से फोन आया तब घर वालों ने फिरौती की रकम को कम करने के लिए कहा लेकिन मोनू नहीं माना. इसी बीच पुलिस की टीम ने टेक्निकल सर्विलांस के जरिए किडनैपर का पता लगा लिया और मोनू को गोकुलपुरी मेट्रो स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर लिया. इतना ही नहीं पुलिस ने बच्चे को भी सकुशल बरामद कर लिया.

 

पुलिस की मानें तो बच्चे के पिता एक बिजनेसमैन है एक महिला के कहने पर उन्होंने मोनू नाम के नौकर को अपने यहां रखा था. पुलिस के मुताबिक कुछ ही दिनों में मोनू ने बच्चे से अच्छी दोस्ती कर ली थी. यही वजह है कि जब पुलिस ने मोनू को पकड़ा तब बच्चे ने पुलिस से कहा कि उसके चाचा को ना पकडे. पुलिस ने बताया कि मोनू कुछ दिन पहले भी इनके यहां पर काम कर चुका है लेकिन नौकरी छोड़ कर चला गया था और बच्चे की फिर से जिद करने पर ही उसे वापस बुलाया गया.

 

मंगलवार की शाम मोनू बच्चे को पार्क में घुमाने के बहाने से ले गया और फिर वापस नहीं लौटा. उसने फिरौती के लिए बच्चे की मां को फोन किया और एक करोड़ 10 लाख रुपए की मांग की. पूछताछ में मोनू ने बताया कि वो मुंबई में एक फ्लैट लेना चाहता था इसी वजह से इस किडनैपिंग की वारदात को अंजाम दिया. पुलिस के मुताबिक नौकर मोनू का पुलिस वेरीफिकेशन नहीं करवाया गया था. दिल्ली पुलिस लगातार की अपील करती है कि जब भी घर में कोई नौकर रखें तो उसका पुलिस वेरिफिकेशन जरूर करवाएं ताकि आप किसी मुसीबत में ना पड़े.

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