गरीबी के जंजाल में ऐसा फंसा तालिबान, टीवी पर आकर निवेश मांगने को मजबूर मुल्ला उमर का बेटा

तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर के बेटे मोहम्मद याकूब पहली बार सावर्जनिक रूप से आमने आए हैं। कट्टरपंथी तालिबान यह सब करके अपनी छवि चमकाने में जुटा हुआ है। एक टीवी कार्यक्रम में अफगानिस्तान के नए रक्षा मंत्री मोहम्मद याकूब ने स्थानीय व्यापारियों से हॉस्पिटल में निवेश करने की अपील की है।

तालिबान के पहले शासन काल में आंदोलन के सर्वोच्च नेता याकूब के पिता मुल्ला उमर शायद ही कभी सावर्जनिक रूप से दिखाए दिए। उनकी तस्वीरों तक पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। 2013 में उनकी मौत के दो साल तक इस खबर को सावर्जनिक नहीं किया गया था। लेकिन अगस्त 2021 में काबुल पर कब्जा करने के बाद से तालिबान नेता सामान्य तौर पर सावर्जनिक रूप से दिख रहे हैं।

मोहम्मद याकूब ने काबुल के सरदार मोहम्मद दाउद खान मिलिट्री हॉस्पिटल में कहा है कि हॉस्पिटल पर खर्च किया जाना चाहिए। उन्होंने व्यवसायियों के साथ ही डॉक्टर्स से मेडिकल सेक्टर में निवेश करने की अपील की है।

बता दें कि सालों से जारी युद्ध के कारण अफगानिस्तान बिखरा हुआ है। तालिबान कि वापसी के बाद से अफगानिस्तान की इकॉनमी का बुरा हाल है। अफगानिस्तान कई अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों का सामना कर रहा है। लाखों पीड़ित लोगों को इलाज की जरूरत है।

याकूब कभी तालिबान के शक्तिशाली सैन्य आयोग के प्रमुख थे। उसे अपने पिता की वजह से संगठन में बहुत फायदा मिला है। नई सरकार में सबसे सीनियर पोस्ट उसके पिता के नजदीकी दोस्तों को मिला है।

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