गुजरात में फेरबदल के बीच बीजेपी के कर्नाटक में एक विधायक के बयान ने बवाल खड़ा कर दिया है। बीजेपी विधायक श्रीमंत बालासाहेब पाटिल ने कहा है कि उन्हें कर्नाटक में जेडीएस-कांग्रेस की सरकार के गिरने से पहले उन्हें पैसे लेकर कांग्रेस से बीजेपी में शामिल होने का प्रस्ताव मिला था। इतना ही नहीं, पाटिल ने यह भी कहा कि वह पैसे नहीं बल्कि मंत्रीपद के लिए कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए थे।
मीडिया से बातचीत के दौरान पाटिल ने कहा, ‘मैंने बीजेपी बिना किसी पैसे के प्रस्ताव को स्वीकार किए जॉइन की थी। मुझे पार्टी जॉइन करने के लिए पैसों का ऑफर मिला था। मैंने पैसे नहीं मांगे थे, मैंने उनसे मंत्रीपद मांगा था ताकि जनता की सेवा कर सकूं।’
पाटिल ने आगे कहा, ‘मुझे नहीं पता कि मौजूदा सरकार में मुझे मंत्री क्यों नहीं बनाया गया लेकिन मुझसे वादा किया गया था कि अगले कैबिनेट विस्तार में मंत्री बनाया जाएगा। मेरी कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवाराज बोमई से बात हुई थी।’
बता दें कि पाटिल कर्नाटक के कगवाड़ से विधायक हैं। वह लंबे समय तक कांग्रेस से जुड़े रहे लेकिन साल 2019 में वह बीजेपी में शामिल हो गए थे। पाटिल उन 16 विधायकों में से एक थे जिन्होंने कांग्रेस-जेडीएस का साथ छोड़ बीजेपी का दामन थामा था और परिणामस्वरूप एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व में कर्नाटक की गठबंधन सरकार गिर गई थी।
राज्य में येदियुरप्पा की सरकार बनने के बाद उन्हें मंत्री पद दिया गया था। हालांकि, बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद बसवाराज बोमई के सीएम बनने पर उनसे यह जिम्मेदारी ले ली गई थी।
कर्नाटक विधानसभा का मॉनसून सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। माना जा रहा है कि कांग्रेस और जेडीएस सदन में इस मुद्दे को उठा सकते हैं।