त्योहारों में सस्ती सीएनजी गाड़ियों के विकल्प मिलेंगे, 8 लाख से कम कीमत की कार पेश करेगी टाटा मोटर्स

त्योहारी सीजन में आपको सस्ती सीएनजी गाड़ियां खरीदने के विकल्प मिलने वाले हैं। पेट्रोल-डीजल की आसामन छूती कीमत और इलेक्ट्रिक गाड़ियों व्यवहार्यता संकट के चलते वाहन कंपनियों ने सीएनजी गाड़ियों पर जोर लगाया है। टाटा समेत देश की कई वाहन कंपनियां इस त्योहारी सीजन में सीएनजी ईंधन से चलने वाली नई गाड़ियां पेश करने की तैयारी में हैं।

वाहन कंपनियों के प्रतिनिधियों का कहना है कि निश्चित रूप से भविष्य में उपभोक्ताओं की पहली पसंद इलेक्ट्रिक गाड़ियां होने वाली हैं लेकिन मौजूदा समय में उनको ऐसी गाड़ी चाहिए जो महंगे पेट्रोल-डीजल से राहत दिला सके। इसिलए उपभोक्ताओं का रुझान सीएनजी गाड़ियों की ओर तेजी से बढ़ा है। इसी मांग को देखते हुए वाहन उद्योग ने अपना जोर सीएनजी गाड़ियों पर लगाया है।

देश की सबसे बड़ी वाहन कंपनी मारुति सुजुकी को उम्मीद है कि सीएनजी गाड़ियों की बढ़ी मांग के कारण वह चालू वित्त वर्ष में करीब तीन लाख सीएनजी गाड़ियों की बिक्री करेगी। कंपनी ने 2010 में सबसे पहले सीएनजी गाड़ियों की बिक्री शुरू की थी। तब से लेकर अब तक आठ लाख से अधिक सीएनजी गाड़ियों की बिक्री कर चुकी है।

टाटा मोटर्स कई सीएनजी गाड़ियां लॉन्च करेंगी

टाटा मोटर्स बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए अपनी कई पॉपुलर पेट्रोल मॉडल गाड़ियों की सीएनजी वर्जन जल्द लॉन्च करने की तैयारी में है। टाटा की योजना अपनी हैचबैक और सेडान कार जिनकी कीमत आठ लाख रुपये से कम है उनका सीएनजी वर्जन लॉन्च करने की है।

बाजार हिस्सेदारी में तेजी से बढ़ोतरी

सीएनजी गाड़ियों की परिचालन लागत पेट्रोल और डीजल गाड़ियों के मुकाबले कम होने से इसकी बाजार हिस्सेदारी तेजी से बढ़ी है। वित्त वर्ष 2018 में सीएनजी गाड़ियों की बाजार हिस्सेदारी जहां 4% से 5% थी वह वित्त वर्ष 2021 में बढ़कर 6% से 6% फीसदी पहुंच गई है। वहीं, इस दौरान डीजल गाड़ियों की बिक्री 35 फीसदी घट गई है।

 

अच्छी रहेगी कारों की बिक्री

प्रमुख वाहन कंपनियों हुंदै तथा होंडा कार्स को उम्मीद है कि बाजार स्थिति में सुधार के बाद त्योहारी सीजन में कारों की मांग मजबूत रहेगी। इन कंपनियों ने कहा कि ज्यादातर राज्यों में कोविड-19 की वजह से लागू अंकुश अब हट गए हैं। ऐसे में कार कंपनियों के लिए त्योहारी सीजन अच्छा रहने की उम्मीद है। इन कंपनियों का कहना है कि महामारी की वजह से अब ज्यादा से ज्यादा ग्राहक अपना निजी वाहन खरीदना चाहते हैं। ऐसे में व्यस्त त्योहारी सीजन के दौरान बिक्री जोरदार रहने की उम्मीद है। होंडा कार्स इंडिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं निदेशक (विपणन एवं बिक्री) राजेश गोयल ने कहा कि कोविड-19 अंकुश हटने के बाद से बाजार धारणा सुधरी है। गोयल ने कहा कि उद्योग की ओर से कुछ नए मॉडल उतारने की तैयारी है। इससे बेहतर बिक्री का आंकड़ा हासिल करने में मदद मिलेगी।

 

टेस्ला को दो टूक, पहले उत्पादन शुरू करें

इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली अमेरिकी कंपनी टेस्ला ने भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों पर आयात शुल्क में कमी की मांग की है। इस मसले को लेकर सरकार ने जवाब दिया है। भारी उद्योग मंत्रालय ने टेस्ला से कहा है कि वह पहले भारत में अपने इलेक्ट्रिक वाहनों का मैन्युफैक्चरिंग शुरू करे, उसके बाद ही किसी टैक्स छूट पर विचार किया जा सकता है। सरकारी सूत्रों ने कहा कि सरकार किसी वाहन कंपनी को ऐसी छूट नहीं दे रही है और टेस्ला को कर राहत देने से भारत में अरबों डॉलर का निवेश करने वाली दूसरी कंपनियों को अच्छा संदेश नहीं जाएगा।

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