संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी मामलों की एजेंसी ‘संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त कार्यालय (यूएनएचसीआर) के प्रमुख फिलिपो ग्रांडी ने शुक्रवार को कहा कि अफगानिस्तान के लाखों विस्थापित लोगों को मदद देने के लिए एजेंसी के साथ बातचीत करेगी।
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त ग्रांडी ने यह भी कहा कि अभी तक ऐसा नहीं देखा गया है कि बड़ी संख्या में अफगान लोगों ने सीमा पार कर अन्य देशों में जाने का प्रयास किया हो लेकिन देश में हालत यदि बदतर होते हैं तो परिस्थितियां बदल सकती हैं।
ग्रांडी ने कहा, ”मेरे संगठन की प्राथमिकता है विस्थापित लोगों की मदद के लिए मानवीय सहायता के काम को बढ़ाना, तेज करना…जाड़े का मौसम निकट है और इस दौरान अफगानिस्तान में बहुत अधिक सर्दी पड़ती है। उन्होंने आगे कहा, ”इसके लिए किसी भी अन्य मानवीय सहायता संगठन की तरह ही यूएनएचसीआर इस बारे में तालिबान के साथ बात करेगा। जिस किसी का भी उस इलाके पर नियंत्रण है जहां पर जरूरतमंद लोग रहते हैं, उससे हम बात करेंगे।
तुर्की के चार दिवसीय दौरे के समापन पर, सीरिया की सीमा के निकट तुर्की के गाजियानटेप प्रांत में ग्रांडी ने यह टिप्पणी की। तुर्की में सीरिया और अफगानिस्तान से आए बड़ी संख्या में शरणार्थी पहले से रह रहे हैं और उसने चिंता जताई है कि और अधिक संख्या में अफगान लोग यहां आ सकते हैं।