दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गणेश चतुर्थी के अवसर पर शुक्रवार को कहा कि हम आज शाम 7 बजे ‘गणेश पूजन’ कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं, मुझे उम्मीद है कि सभी टीवी चैनलों पर इसका प्रसारण किया जाएगा। मैं सभी लोगों से अपने बच्चों के साथ भव्य कार्यक्रम देखने का अनुरोध करता हूं।
केजरीवाल ने कहा कि आज सब अपने अपने घरों में भगवान श्री गणेश की पूजा-अर्चना कर रहे हैं। विघ्नहर्ता भगवान गणेश प्रथम देवता हैं। इस बार कोरोना के चलते गणेश चतुर्थी पर पंडालों के सार्वजनिक कार्यक्रमों के आयोजन की इजाजत नहीं है, इसलिए हम आपके लिए ये शानदार गणेश पूजन कार्यक्रम करवा रहे हैं।
भगवान गणेश के इस भव्य पूजन कार्यक्रम में मैं भी अपने सभी मंत्रियों के साथ शामिल रहूंगा। आप सभी से अनुरोध करता हूं कि इस भव्य सामरोह को एकसाथ मनाने के लिए अपने पूरे परिवार खासकर अपने बच्चों को साथ जरूर रखें। केजरीवाल ने बताया कि मशहूर गायक और संगीतकार शंकर महादेवन और सुरेश वाडकर भी आज रात गणेश जी की पूजा-आरती करने के इस कार्यक्रम में शामिल होंगे और दिल्ली के सभी दो करोड़ लोग मिलकर एक साथ भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करेंगे।
केजरीवाल ने कहा कि मेरी आम जनता से अपील है कि वह अपने बच्चों को गणेश चतुर्थी के गौरवशाली इतिहास के बारे में जरूर बताएं। बाल गंगाधर तिलक ने पुणे में पहली बार ब्रिटिश काल में सार्वजनिक जगह पर गणेश उत्सव मनाया था। उनकी यह कोशिश एक आंदोलन बनी और स्वतंत्रता आंदोलन में गणेश उत्सव ने लोगों को एकजुट करने में अहम भूमिका निभाई। गणेश चतुर्थी ने देश के लोगों को इकट्ठा और एकजुट करने का काम किया, लोगों में देशभक्ति जगाने का काम किया। हम सभी को अपने बच्चों में आध्यात्मिकता और देशभक्ति की भावना डालनी चाहिए।
कोरोना के खिलाफ देश इस वक्त सदी की सबसे बड़ी लड़ाई लड़ रहा है। हम यह गणेश पूजन कार्यक्रम करा रहे हैं ताकि लोग घर बैठे ही टीवी के माध्यम से अपने परिवार के साथ अपने-अपने घरों से इस पूजन में जुड़कर भगवान गणेश की वंदना कर सकें और उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकें। शाम 7:00 बजे से इस कार्यक्रम का सभी चैनलों पर लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा।
दिल्ली में गणेश चतुर्थी पर सार्वजनिक स्थलों पर कोई आयोजन नहीं
बता दें कि, दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर राजधानी में गणेश चतुर्थी पर किसी सार्वजनिक कार्यक्रम के आयोजन पर रोक लगा दी है। डीडीएमए की ओर से मंगलवार को जारी एक बयान के अनुसार, जिला मजिस्ट्रेट और पुलिए उपायुक्त यह सुनिश्चित करेंगे कि भगवान गणेश की प्रतिमाएं टेंट और पंडाल में स्थापित नहीं की जाएं। इसके अलावा यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी धार्मिक अथवा सार्वजनिक स्थल पर लोगों की भीड़ जमा नहीं हो। बयान में कहा गया था कि किसी तरह का जुलूस निकालने की भी मंजूरी नहीं दी जाएगी। डीडीएमए ने लोगों से यह पर्व घरों में मनाने को कहा है।
बयान में कहा गया कि इसी माह गणेश चतुर्थी है और कोविड-19 के हालात तथा लोगों के इकट्ठा होने पर लगी पाबंदियों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि पर्व से जुड़ा कोई भी आयोजन सार्वजनिक तौर पर करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। डीडीएमए ने राजधानी दिल्ली में किसी प्रकार की भीड़-भाड़ और लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगाई हुई है। हाल ही में संपन्न हुए जन्माष्टमी के पर्व पर भी लोगों को धार्मिक स्थलों में जाने की इजाजत नहीं दी गई थी। संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए इस प्रकार के कदम उठाए जा रहे हैं। डीडीएमए ने रामलीलाओं के आयोजन के बारे में फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया है।