पूरी दुनिया में कोरोना महामारी जब एक बार फिर से पैर पसार रही है और हर देश टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने में जुटा हुआ है। वहीं, उत्तर कोरियान ने अपील की है कि उसके देश को संयुक्त राष्ट्र अभियान के तहत मिले 30 लाख कोरोना टीके उन देशों को दे दिए जाएं जो कोरोना से बुरी तरह प्रभावित हैं। उत्तर कोरिया का कहना है उसके देश में कोरोना नहीं है और इसलिए चीन की बनाई सिनोवैक वैक्सीन की डोज किसी और देश को दे दी जाए।
‘कोवैक्स’ के तहत गरीब और वंचित देशों तक टीका पहुंचा रहे यूनिसेफ ने मंगलवार को बताया कि उत्तर कोरिया के स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से उन्हें इस संबंध में जानकारी दी गई है। यूनिसेफ के मुताबिक, उत्तर कोरिया ने कहा है कि कोवैक्स के तहत उसके लिए आवंटित सिनोवैक टीके की करीब 30 लाख डोज किसी और देश को भेज दी जाए।
कोवैक्स के तहत यूनिसेफ ने उत्तर कोरिया को एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की 19 लाख खुराके भी आवंटित की थी लेकिन इसकी डिलीवरी में भी देरी हो गई है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि उत्तर कोरिया अभी भी कठोर क्वॉरंटीन और बॉर्डर कंट्रोल जैसे कदमों से संक्रमण को दूर रख रहा है। उसके लिए टीकाकरण प्राथमिकताओं की सूची में नीचे है। उत्तर कोरिया का दावा है कि उसके देश में अब का एक भी केस नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन को बीते हफ्ते दी अपनी ताजा रिपोर्ट में भी उत्तर कोरिया ने कहा है कि उसने 19 अगस्त तक 37 हजार 291 कोरोना सैंपलों की जांच की है लेकिन ये सभी निगेटिव पाए गए हैं।