शहद एक आयुर्वेदिक औषधि के रूप में जाना जाता है। इसका सेवन करने से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से निजात पाई जा सकती है। लेकिन ऐसा तभी हो सकता है जब शहद पूरी तरह से शुद्ध हो, उसमें किसी तरह की कोई मिलावट न की गई हो। मिलावटी शहद न सिर्फ संक्रमण का खतरा बढ़ाता है बल्कि व्यक्ति मोटापे और वजन बढ़ाने जैसी समस्याओं से भी घिरने लगता है। ऐसे में आइए इन समस्याओं से बचने और अपनी सेहत को ठीक बनाए रखने के लिए जानें कैसे करें असली और नकली शहद की पहचान।
इस तरह करें असली और नकली शहद की पहचान-
जलाकर देखें शहद-
एक मोमबत्ती लें, इसके बाद एक लकड़ी पर रूई के ऊपर शहद लगा दें। इसके बाद मोमबत्ती की सहायता से उसे जलाएं। अगर रूई आंच पकड़ लेती है और वह जलने लग जाती है तो शहद असली है और रुई जलने में टाइम लेती है तो शहद में पानी मिक्स है।
गर्म पानी –
एक कांच के गिलास में गर्म पानी डालें। गिलास में एक चम्मच शहद डालें। अगर शहद पानी में तुरंत घुल गया तो शहद में मिलावट है। अगर वह एक गाढ़ा तार बनकर नीचे बैठ जाता है तो शहद असली है।
टिश्यू पेपर से करें पहचान-
टिश्यू पेपर पर शहद को डालें। शुद्ध शहद टिश्यू पेपर ही टिका हुआ रहेगा।अंगूठे से करें जांच-
शहद की एक बूंद अंगूठे और उंगली के बीच रखें। इससे तार बनाने की कोशिश करें। अगर शहद शुद्ध होगा, तो इसमें मोटी तार बनेगी। साथ ही शुद्ध शहद अंगूठे पर ही जमा रहेगा जबकि मिलावटी शहद फैल जाएगा।