उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजस्थान के राज्यपाल रहे का अंतिम संस्कार बुलंदशहर जनपद के नरौरा में गंगा तट पर बासी घाट पर आज किया जाएगा। इसके लिए उनका पार्थिव शरीर अतरौली लाया गया। अंतिम संस्कार में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नडडा, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, सीएम योगी आदित्यानाथ, उत्तराखंड के सीएम सहित कई कैबिनेट मंत्री शामिल हुए है। सभी ने कल्याण सिंह को श्रद्धाजंलि दी। वीवीआईपी के लिए नरौरा परमाणु केंद्र में चार हेलीपैड बनाए गए हैं।
लाइव अपडेट्स
-कल्याण सिंह जी एक व्यक्ति नहीं, एक संस्था और आंदोलन थे। अयोध्या में भगवान राम की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण उनका संकल्प था और ये संकल्प उनके बिना पूरा नहीं हो सकता था: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
-कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन के लिए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल अतरौली पहुंची, 20 मिनट रुकने के बाद वापस लौटीं।
बाबूजी का जाना भाजपा के लिए एक बड़ी क्षति है। उन्होंने जो शून्य छोड़ा है उसे भरना मुश्किल होगा। राम मंदिर के शिलान्यास समारोह के बाद उन्होंने कहा था कि उनके जीवन का लक्ष्य पूरा हो गया है। राम जन्मभूमि आंदोलन के लिए उन्होंने बिना सोचे-समझे सीएम पद छोड़ दिया: अमित शाह
-केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल और वीके सिंह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान समेत अन्य नेताओं ने अतरौली में यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि दी
–पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पैतृक गांव मड़ौली में मिनट रोका गया पार्थिव शरीर, पैतृक आवास पर नहीं ले जाया गया शव, अतरौली एनेक्सी के लिए रवाना हुई शव यात्रा
–पूर्व सीएम कल्याण सिंह के अंतिम संस्कार की नरौरा में बसी घाट पर तैयारी पूरी, 21 पुरोहितों की टोली कराएगी अंतिम संस्कार
-पूर्व सीएम कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर अतरौली ले जाया जा रहा है
-डीए-एसएसपी ने नरौरा में डाला डेरा
शनिवार रात जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार व एसएसपी संतोष कुमार सिंह, सीडीओ अभिषेक पांडेय, एसडीएम डिबाई मोनिका सिंह सहित कई आला अधिकारी नरौरा पहुंचे। अंतिम संस्कार की व्यवस्था समेत सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। अंतिम संस्कार से संबंधित आवश्यक निर्देश अधीनस्थों को दिए।
-अंतिम संस्कार में लाखों लोगों के आने की संभावना
पूर्व सीएम के अंतिम संस्कार में एक लाख से अधिक लोगों के पहुंचने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। इसके लिए पुलिस प्रशासन द्वारा कड़े सुरक्षा के इंतजाम किए जा रहे हैं।
गंगा किनारे गेस्ट हाउस में ठहरेंगे वीवीआईपी
वीवीआईपी के ठहरने के लिए बासी घाट के समीप शीश महल गेस्ट हाउस की भी साफ-सफाई की जा रही है। चाक-चौबंद व्यवस्थाएं बनाई जा रही है।
बच्चा पार्क पर अंतिम संस्कार को रखा जाएगा पार्थिव शरीर
अंतिम संस्कार से पहले पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शनों के लिए नरौरा में बच्चा पार्क में रखा जाएगा।
अंतिम संस्कार को लेकर तैयारियां जारी : एडीएम
एडीएम प्रशासन डॉ. प्रशांत भारती ने बताया कि पूर्व सीएम के अंतिम संस्कार को लेकर नरोरा के बासी घाट पर तैयारियां चल रही हैं। वीवीआईपी के लिए चार हेलीपैड का निर्माण कराया जा रहा है।
आसपास के जनपदों से पुलिस फोर्स और अधिकारी बुलाए
अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में वीवीआईपी समेत लाखों लोग शामिल होंगे। इसको लेकर जनपद समेत अलीगढ़, गौतमबुद्धनगर, हापुड़ जनपद के 36 वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी की ड्यूटी लगाई है।
चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात
जनपद के अलावा 25 एएसपी, 8 सीओ, 150 इंस्पेक्टर, 500 सिपाही, 70 ट्रैफिक पुलिस के जवान, 50 महिला सिपाही और 5 महिला एंस्पेक्टर, 30 थाना प्रभारी अन्य जनपदों से बुलाए गए हैं। मेरठ, बरेली, सहारनपुर रेंज से पुलिस की ड्यूटी लगाई गई है।
अंतिम संस्कार की व्यवस्थाओं में जुटेगी 36 अफसरों की टीम
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का अंतिम संस्कार की व्यवस्थाओं में जनपद के 36 अधिकारियों की टीम को लगाया गया है।
जिला मजिस्ट्रेट रविन्द्र कुमार ने अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है। सीडीओ अभिषेक पांडेय अंत्येष्टि स्थल की सभी व्यवस्थाएं एवं कानून व्यवस्था एडीएम प्रशासन और पुलिस अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर देखेंगे। लोनिवि के अधीक्षण अभियंता हर स्वरूप पर हैलीपैड स्थल पर चार हैलीपैड का निर्माण व दो स्विस कॉटेज तथा अंत्येष्टि स्थल पर पायर के निर्माण की जिम्मेदारी होगी। साथ ही एनएपीपी से टाउनशिप चौराहे तक सड़क की मरम्मत और प्रत्येक गेस्ट हाउस पर एक-एक जेई की तैनाती करेंगे। इसके अलावा कार्यक्रम स्थल, हैलीपैड, अंत्येष्टि स्थल पर जर्मन हैंगर एवं वीआईपी स्टाल लगवाना, तकनीकी प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना तथा सभी स्थलों पर आश्यकता अनुसार बैरिकेटिंग कराना होगा। भरत राम अधिशासी अभियंता नरौरा खंड अलीगढ़ को साफ-सफाई से लेकर सड़कों की मरम्मत, प्रकाश व्यवस्था, जलभराव को ठीक कराने तथा शीश महल गेस्ट हाउस को सुसज्जित कराने व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गई है। विनीता सिंह प्रभारी निदेशक सामाजिक वानिकी को अंत्येष्टि के लिए लकड़ी, चंदन की लकड़ी के अलावा अन्य सामग्री की व्यवस्था करना, शव यात्रा मार्ग का निरीक्षण कर अवरुद्ध करने वाले पेड़ की शाखाओं की कटाई आदि की जिम्मेदारी दी गई है। जिला उद्यान अधिकारी नंद किशोर ओर जिला विकास अधिकारी सुभाष नेमा को अंत्येष्टि स्थल पर पर्याप्त फूलों की व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा अन्य अधिकारियों को भी विभिन्न व्यवस्थाओं में लगाया गया है।
डिबाई को आंगन, अतरौली घर बताते थे कल्याण सिंह
राम मंदिर के नायक एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का डिबाई क्षेत्र से विशेष लगाव रहा है। वह डिबाई को आंगन तो अतरौली को अपना घर बताते थे। इसी लगाव के चलते डिबाई क्षेत्र के लोगों के दिलों में कल्याण सिंह का विशेष स्थान रहा है। यूं तो कल्याण सिंह अपने राजनीतिक जीवन में अनगिनत बार डिबाई आ चुके हैं। कल्याण सिंह राजस्थान के राज्यपाल रहते हुए 28 फरवरी 2017 में एक कार्यक्रम में शिरकत करने अंतिम बार डिबाई आये थे। वर्ष 1996 में डिबाई विधानसभा क्षेत्र से कल्याण सिंह ने चुनाव लड़ा था और भारी मतों से विजयी हुए थे। कल्याण सिंह ने अतरौली विधानसभा सीट को अपने पास रखते हुए वर्ष 1997 में डिबाई विधानसभा क्षेत्र की सीट से इस्तीफा दे दिया था। इसके बावजूद कल्याण सिंह का डिबाई से जुड़ाव लगातार बना रहा। वर्ष 1997 में रामलीला ग्राउंड में आयोजित एक जनसभा में कल्याण सिंह ने पूर्व विधायक राम सिंह को अपना डाकिया बताते हुए जनता से चुनाव जिताने की अपील की थी, आलम यह रहा कि पूर्व विधायक राम सिंह ने रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की। कल्याण सिंह जब कभी भी अलीगढ़ आते तो लोगों से डिबाई का हाल-चाल पूछना नहीं भूलते थे। इतना ही नहीं कल्याण सिंह लोगों के दुख दर्द में भी अक्सर आते जाते रहते थे जिसके चलते कल्याण सिंह के लिए लोगों के दिलो में विशेष स्थान रहा है।
वर्ष 2017 में आखिरी बार आये थे डिबाई
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह 28 फरवरी 2017 को लोधी समाज सेवा समिति द्वारा डिबाई के ग्राम बदरपुर मे आयोजित 11वें सामूहिक विवाह समारोह में आखरी बार बतौर मुख्य अतिथि के रुप में आए थे। उस समय वह राजस्थान के राज्यपाल थे। पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने सामूहिक विवाह में 85 जोड़ों को आशीर्वाद दिया था।