पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद से जारी हिंसा पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने स्वत: लिया है। यही नहीं महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा के नेतृत्व में एक टीम बंगाल का दौरान करने वाली है। आयोग की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि महिलाओं के खिलाफ हुई हिंसक घटनाओं की जांच के लिए टीम दौरा करेगी। महिला आयोग की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ‘नंदीग्राम में महिलाओं के खिलाफ हुई हिंसा का स्वत: संज्ञान लेते हुए आयोग ने जांच की मांग की है। डीजीपी को भेजे लेटर में आयोग की मुखिया रेखा शर्मा ने महिलाओं के खिलाफ हिंसा के आरोपियों पर तत्काल एक्शन लिए जाने की मांग की है।’
महिला आयोग की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ‘ट्विटर पर आयोग ने ऐसी कई पोस्ट देखी हैं, जिनमें नंदीग्राम में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की जा रही है। ऐसी तस्वीरों से महिला आयोग आहत हुआ है। इससे राज्य में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़ा हुआ है। आयोग की मुखिया रेखा शर्मा ने राज्य के डीजीपी को खत लिखकर महिलाओं के खिलाफ हिंसा के आरोपियों पर तत्काल एक्शन लेने की मांग की है। इन घटनाओं की समयबद्ध जांच कराने की भी मांग की है। इसके अलावा मामले की जांच के लिए अध्यक्षा रेखा शर्मा की लीडरशिप में एक टीम भी बंगाल का दौरा करने वाली है।’
यही नहीं नंदीग्राम में रिटर्निंग ऑफिसर रहे अधिकारी को सुरक्षा दिए जाने का आदेश चुनाव आयोग ने दिया है। आयोग ने राज्य की ममता बनर्जी सरकार से कहा है कि वह नंदीग्राम के रिटर्निंग ऑफिसर को पर्याप्त सुरक्षा कवर मुहैया कराए। इस बीच बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बंगाल पहुंच गए हैं। राज्य में पहुंचते ही उन्होंने हिंसा का शिकार हुए बीजेपी कार्यकर्ताओं के घर जाकर मुलाकात की है। यही नहीं वह हिंसा में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ताओं के परिजनों से भी मुलाकात करने वाले हैं। कोलकाता एयरपोर्ट पर पहुंचते ही नड्डा ने कहा कि राज्य में हिंसा औैर आतंक का माहौल है।
उन्होंने कहा कि बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद जो हुआ है, उन घटनाओं से हम चिंतित हैं और सदमे में हैं। मैंने ऐसी घटनाएं भारत के विभाजन के दौरान ही सुनी थीं। आजाद भारत में चुनाव नतीजों के बाद हमने कभी इस तरह की हिंसा नहीं देखी। इस बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से फोन पर बातचीत कर चिंता जताई है। यही नहीं बीजेपी की ओर से सुप्रीम कोर्ट में भी अर्जी दाखिल कर हिंसा की सीबीआई जांच कराने की मांग की है। बीजेपी के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने शीर्ष अदालत में अर्जी दाखिल की है।