कोरोना महामारी (Covid-19) के कारण बड़ी संख्या में लोगों की नौकरी चली गई। ऐसे लोगों को से पहले केन्द्र सरकार की तरफ बड़ा तोहफा दिया गया है। शनिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया कि ऐसे सभी लोग जिन्हें कोरोना काल के दौरान नौकरी गंवानी पड़ी उनके पीएफ का भुगतान केन्द्र सरकार की तरफ से किया जाएगा।सरकार के इस कदम का लाभ सिर्फ फाॅर्मल सेक्टर के छोटे पैमाने की नौकरियों में काम करने वाले लोगों को मिलेगा।
केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बयान में कहा, ‘ऐसे लोग जो फाॅर्मल सेक्टर में काम करते हैं और उन्हें अपनी नौकरी गंवानी पड़ी थी। बाद में कंपनी ने उन्हें वापस बुला लिया, ऐसे लोगों के कर्मचारी और नियोक्ता के हिस्से के पीएफ का भुगतान साल 2022 तक केन्द्र सरकार की तरफ से किया जाएगा।’ इस ऐलान का लाभ उन लोगों को मिलेगा जिनकी कंपनी इम्प्लाॅयज प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन (EPFO) में रजिस्टर्ड है। वित्त मंत्री की तरफ से किया गया यह ऐलान कर्मचारी के साथ-साथ कंपनियों के लिए भी बहुत मददगार साबित होगी।
रोजगार की स्थिति में हो रहा है सुधार
देश में रोजगार की स्थिति में सुधार हो रहा है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी ईपीएफओ के ताजा पेरोल डेटा से इस बात के संकेत मिल रहे हैं। श्रम मंत्रालय के बयान के मुताबिक जून में शुद्ध रूप से 12.83 लाख सदस्य जुड़े हैं। वहीं, मई की तुलना में जून में सदस्यों की संख्या में 5.09 लाख की वृद्धि हुई है। जून में जोड़े गए कुल 12.83 लाख शुद्ध ग्राहकों में से, लगभग 8.11 लाख पहली बार कर्मचारी भविष्य निधि योजना के सामाजिक सुरक्षा कवरेज के तहत आए हैं। महीने के दौरान, लगभग 4.73 लाख शुद्ध ग्राहक ईपीएफओ द्वारा कवर किए गए प्रतिष्ठानों के भीतर नौकरी बदलकर ईपीएफओ से बाहर निकल गए, लेकिन फिर से ईपीएफओ में शामिल हो गए।