आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने शुक्रवार को कहा कि उसके प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी वी वैद्यनाथन ने अपने ईसॉप ऋण को बंद करने के लिए लगभग 58 करोड़ रुपये में 2.75 करोड़ शेयर बेचे हैं। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने बीएसई को बताया, “हमें बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी वी वैद्यनाथन से सूचना मिली है कि उन्होंने 19 मार्च 2020 को 2,75,58,412 शेयर बेचकर लगभग 58 करोड़ रुपये का ईएसओपी (कर्मचारी शेयर विकल्प योजना) लोन चुकाया है।”
बैंक ने कहा, “उन्होंने बताया है कि इस बिक्री के साथ उनका ईसॉप ऋण खत्म हो गया है और उन्हें भविष्य में कोई भी शेयर बेचने की जरूरत नहीं होगी।” वैद्यनाथन ने बताया है कि उनके पास अभी भी 4,23,47,144 शेयर (0.88 प्रतिशत) हैं।
बता दें कोरोना के प्रचंड वार से तबाह शेयर बाजार में बैंकिंग शेयरों पर ज्यादा पड़ रहा है। सोमवार से गुरुवार तक सेंसेक्स करीब 6000 अंक टूट चुका है। अगर बात कें बैंकों के स्टॉक की तो सरकारी बैंक की हो या फिर प्राइवेट, उनके शेयर लगातार डूब रहे हैं। इस हफ्ते के अंतिम कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को भी बैंक स्टॉक में भारी पिटाई जारी है। वहीं बीते एक महीने से देश के सभी प्रमुख बैंक के शेयरों के भाव लगातार गिर रहे हैं। बैंकों के शेयर 55 से 80 फीसद तक टूट चुके हैं।