बारिश का मौसम हर किसी को पसंद होता है। इस मौसम में पेड़ पौधे और भी खूबसूरत लगने लगते हैं। बच्चों को भी ये मौसम खूब पसंद होता है, बारिश में नहाना और अपनी नाव चलाना। हालांकि इस मौसम के साथ आती हैं कई सारी बीमारिया, खांसी-जुखाम, सुजली-रैश और मच्छरों से होने वाले बुखार। ऐसे में सेहत पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। वहीं नन्हें परिंदों की सेहत पर ध्यान देना भी बहुत जरूरी है, ऐसे में बात अगर योगा की हो, तो अपनी सेहत को अच्छा रखने के लिए इससे बेहतर कुछ हो ही नहीं सकता। तो जानते हैं बच्चों के लिए कुछ योगासन के बारें में।
1. हलासन
पीठ के बल पर लैट जाएं और हाथों को साइड में रखें । सांस को अंदर की ओर खींचते हुए पैरों को ऊपर की तरफ उठाएं। पैर कमर से 90 डिग्री का कोण बनाएंगे, जिसका दबाव पेट की मांसपेशियों पर रहेगा। पैर ऊपर उठाते हुए हाथों से कमर को सहारा दें। सीधी टांगों को सिर की तरफ झुकाएं और पैरों को सिर के पीछे ले जाएं। पैर के अंगुठें जमीन छुएंगे। इस दौरान कमर जमीन के समानांतर में रहेगी।
2.मत्स्यासन
पीठ के बल पर लैट जाएं। फिर अपनें कोहनी और शोल्डर की मदद से जमीन की ओर पुश करें, फिर अपने सिर और शोल्डर को ऊपर की ओर उठाएं। फिर हथेलियों की मदद से जमीन को पुश करें और अपने सिर और छाती को ऊपर की ओर उठाएं। फिर अपने सिर के क्राउन एरिया को जमीन पर टिकाएं। पैरों को सीधा रखें या फिर अपने घुटनों को मुड़ा भी रख सकते हैं, अपने कंफर्ट के हिसाब से।
3.मंडूकासन
वज्रासन में बैठें और अपनी मुठ्ठी बांधकर अपनी नाभि के पास लेकर आएं। मुठ्ठी को नाभि और जांघ के पास खड़ी करके रखें, ध्यान दें की ये करते समय उंगलियां आपके पेट की ओर हो। गहरी सांस लें और छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें और छाती को जांघों पर टिकाने की कोशिश करें। झुकते समय नाभी पर ज्यादा से ज्यादा दाबाव आए। सिर और गर्दन सीधी रखें और धीरे-धीरे सांस ले और छोड़े।
4. पश्चिमोत्तानासन
पैरों को बाहर की ओर फैलाते हुए जमीन पर बैठें। पैर की उंगलियों को आगे की ओर एक साथ रखें। सांस लें और हाथों को ऊपर उठाएं।जहां तक संभव हो शरीर को आगे की ओर झुकाने के लिए झुकें और सांस छोड़ें। दोनों हाथों को पैरों के तलवे को और नाक से घुटना छुने की कोशिश करें।