बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के पलिया गांव में पुलिस द्वारा दलितों पर कथित रूप से किए गए अत्याचार के मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। मायावती ने मंगलवार को किए गए सिलसिलेवार ट्वीट में आजमगढ़ के पलिया गांव में हाल में हुई घटना का जिक्र करते हुए कहा कि आजमगढ़ पुलिस द्वारा पलिया गांव के पीड़ित दलितों को न्याय देने के बजाय उन पर ही अत्याचारियों के दबाव में आकर खुद भी जुल्म-ज्यादती करना व उन्हें आर्थिक नुकसान पहुंचाना अति-शर्मनाक है। सरकार इस घटना का शीघ्र संज्ञान लेकर दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई व पीड़ितों की आर्थिक भरपाई करे।
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि अत्याचारियों व पुलिस द्वारा भी दलितों के उत्पीड़न की इस ताजा घटना की गंभीरता को देखते हुए बसपा का एक प्रतिनिधिमण्डल पूर्व विधायक गया चरण दिनकर के नेतृत्व में पीड़ितों से मिलने शीघ्र ही गांव का दौरा करेगा। गौरतलब है कि रौनापार थाना क्षेत्र के पलिया गांव में 29 जून की शाम को गांव के ही एक बंगाली डॉक्टर से कुछ लोगों का विवाद हो गया था। सूचना के बाद नजदीक के पिकेट पर ड्यूटी कर रहे पुलिस के दो जवान मौके पर पहुंचे। आरोप है कि गांव के ग्राम प्रधान व उनके समर्थकों ने पुलिस जवानों पर हमला किया। इस हमले में दो पुलिसकर्मी घायल हुए जिसमें से एक की हालत अब भी गंभीर है।
पुलिस पर हमले के बाद देर रात पुलिस ने दलित बस्ती की घेराबंदी की थी। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने मुख्य आरोपी बताये जा रहे ग्राम प्रधान के मकान में तोड़फोड़ की और मकान को गिरा दिया और गांव के अन्य घरों में लूटपाट भी की। पुलिस ने इस मामले में 11 नामजद व 135 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।