कोरोना महामारी के बीच भारतीय शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर कारोबार कर रहा है। इसका बंपर फायदा आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने वाली 21 कंपनियों को हुआ है। इन कंपनियों ने बाजार से 24,417 करोड़ रुपये जुटाए हैं और बीते 10 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। प्राइमरी मार्केट ट्रैकर प्राइम डेटाबेस के आंकड़ों के मुताबिक, निवेशकों और प्रमोटरों ने आईपीओ के जरिए जुटाई गई कुल रकम में से ऑफर-फॉर-सेल (ओएफएस) के जरिए करीब 62.5% या 17,140 करोड़ जुटाए हैं। वहीं, 10,278 करोड़, या 37.5%, कंपनियों द्वारा नई पूंजी जुटाई गई है।
निवेशकों के लिए कमाई का जबरदस्त मौका
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि इस महीने निवेशकों को आईपीओ से कमाई करने का अच्छा मौका मिलना वाला है। कई कंपनियां अपने क्षेत्र की बाजार लीडर है। ऐसे में उसके आईपीओ के प्रति रुझान तगड़ा रहने वाला है। हालांकि, हमारी सलाह सभी निवेशकों के लिए है कि किसी भी कंपनी के आईपीओ में निवेश करने से पहले उस कंपनी की कारोबारी स्थिति और वित्तीय हालत का आकलन जरूर करें। अगर, खुद से समझ में नहीं आए तो किसी जानकार से सलाह जरूर लें। उसके बाद ही निवेश करें।
साल | कुल रकम करोड़ रुपये में | आईपीओ की संख्या |
2016 | 8,183 | 12 |
2017 | 11,774 | 13 |
2018 | 23,452 | 18 |
2019 | 5,509 | 8 |
2020 | 10,341 | 1 |
2021 | 27,417 | 22 |
स्रोत: प्राइम डेटाबेस
इन कंपनियों के आईपीओ पर रहेगी नजर
- जोमैटो का 8250 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य
- ग्लेनमार्क लाइफ साइंस का 1800 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य
- क्लीन साइंस का 1500 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य
- उत्कर्ष स्माल फाइनेंस का 1350 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य
- जीआर इंफ्रा का 800 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य
जुलाई में 11 कंपनियों के आईपीओ आएंगे
इस वर्ष की पहली छमाही में मजबूत प्रदर्शन के बाद प्राइमरी मार्केट में जुलाई में भी हलचल रहेगी। इस महीने जिन कंपनियों के आईपीओ आएंगे उनमें जोमैटो, जीआर इंफ्रा, क्लीन साइंस एंड टेक्नोलॉजी, ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज, उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक, विजया डायग्नोस्टिक सेंटर, नुवोको विस्टास कॉरपोरेशन, आधार हाउसिंग फाइनेंस, श्रीराम प्रॉपर्टीज, सेवन आइलैंड्स शिपिंग और एमी ऑर्गेनिक्स शामिल हैं।
क्यों आईपीओ तेजी से आ रहे हैं?
जानकारों के मुताबिक, इस समय बाजार में काफी तरलता है और निवेशक आईपीओ में पैसा लगा भी रहे हैं। इसलिए कंपनियों को अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। जबकि निवेशकों को इसके जरिए कमाने का अवसर मिल रहा है। इसलि कंपनियां जल्द से जल्द बाजार में सूचीबद्ध होना चाहती है। इसलिए कोरोना संकट के बीच आईपीओ की संख्या बढ़ी है।
क्या है आईपीओ?
जब भी कोई कंपनी या सरकार पहली बार आम लोगों के सामने कुछ शेयर बेचने का प्रस्ताव रखती है तो इस प्रक्रिया को प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) कहा जाता है।