WTC Final: साइनम डोल ने बताया क्यों असरदार नहीं दिखे जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और ईशांत शर्मा

भारत और न्यूजीलैंड के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) का फाइनल मैच खेला जा रहा है। मैच के तीसरे दिन जब न्यूजीलैंड को पहली पारी में बल्लेबाजी का मौका मिला, तो भारतीय तेज गेंदबाज कुछ खास असर नहीं छोड़ पाए। न्यूजीलैंड के पूर्व तेज गेंदबाज साइमन डोल ने बताया है कि क्यों भारतीय तेज गेंदबाज इस ऐतिहासिक टेस्ट मैच में अभी तक असरदार गेंदबाजी नहीं कर पाए हैं। उनका मानना है कि फाइनल से पहले मैच प्रैक्टिस की कमी का खामियाजा टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों को उठाना पड़ रहा है।

डब्ल्यूटीसी फाइनल से पहले न्यूजीलैंड को मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ दो टेस्ट खेलने का मौका मिला जबकि इस मुकाबले से पहले भारतीय टीम को मैच प्रैक्टिस का कम समय मिला। विराट कोहली की अगुआई वाली भारतीय टीम ने पिछला टेस्ट मैच मार्च में स्वदेश में इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में 3-1 की जीत के दौरान खेला था। डोल ने ‘क्रिकबज’ के शो पर हर्षा भोगले से कहा, ‘कई बार आप इसे देखते हो और सोचते हो कि क्या उन्हें (भारत को) तैयारी का पूरा मौका मिला। मुझे लगता है कि उन्हें मिला। मुझे लगता है कि पिछले 10-12 दिन में उन्होंने पर्याप्त गेंदबाजी की जिससे कि सुनिश्चित हो कि वे मुकाबले के लिए तैयार रहें।’

उन्होंने कहा, ‘लेकिन मैच प्रैक्टिस को दोहरा पाना मुश्किल है। आप अपनी ही दो टीमें बनाकर ऐसा करने की कोशिश कर सकते हो, लेकिन यह काफी नहीं होता और यह अहम है। मैच प्रैक्टिस की जगह लेना मुश्किल होता है जो आपको बेहतर बनाता है और आप इन मैचों के लिए तैयार होते हो।’ डोल ने यह बयान न्यूजीलैंड की पहली पारी में भारतीय तेज गेंदबाजों के उम्मीद से कमतर प्रदर्शन पर दिया है, जिससे भारत के पहली पारी में 217 रन के जवाब में न्यूजीलैंड ने दो विकेट पर 101 रन बना लिए हैं।

एजिस बाउल में तेज गेंदबाजी के अनुकूल हालात होने के बावजूद जसप्रीत बुमराह, ईशांत शर्मा और मोहम्मद शमी अधिक स्विंग हासिल करने में नाकाम रहे जबकि न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों काइल जेमीसन (31 रन पर पांच विकेट), नील वैगनर (40 रन पर दो विकेट) और ट्रेंट बोल्ट (47 रन पर दो विकेट) ने बारिश से प्रभावित मुकाबले में तेज गेंदबाजी के अनुकूल हालात का फायदा उठाते हुए भारत को कम स्कोर पर रोका। डोल ने कहा कि न्यूजीलैंड को निश्चित तौर पर इस प्रतिष्ठित मुकाबले से पहले इंग्लैंड के खिलाफ दो मैच खेलने का फायदा मिला।

‘न्यूजीलैंड को मिला मैच प्रैक्टिस का फायदा’

उन्होंने कहा, ‘न्यूजीलैंड लॉर्ड्स में अपने पहले टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ उसी तरह की तैयारी के साथ उतरा था जिस तैयारी के साथ भारत उतरा है।’ डोल ने कहा, ‘न्यूजीलैंड की टीम लगभग 10-11 दिन साउथम्पटन में रही, अपनी टीमों के बीच मुकाबले खेले, ट्रेनिंग, प्रैक्टिस की और जब वे लॉर्ड्स में उतरे तो लय में लग रहे थे।’ उन्होंने कहा, ‘टिम साउदी ने शानदार गेंदबाजी की, डेवोन कॉनवे ने यहां 10 दिन के नेट सेशन के बाद लॉर्ड्स में दोहरा शतक जड़ा। ऐसा लग रहा था कि वे तैयार हैं।’ डोल ने कहा कि ईशांत शर्मा को छोड़कर भारतीय प्लेइंग XI में कोई वास्तविक स्विंग गेंदबाज नहीं है। उन्होंने कहा, ‘वे वास्तविक स्विंग गेंदबाज नहीं हैं। मुझे पता है कि जसप्रीत बुमराह गेंद को स्विंग करा सकते हैं, ईशांत स्विंग गेंदबाज हैं, वह राउंड द विकेट गेंदबाजी करते हुए उस एंगल के साथ आते हैं कि कलाई से गेंद बाहर की ओर स्विंग होती है। वह गेंद को बाएं हाथ के बल्लेबाजों से दूर और दाएं हाथ के बल्लेबाजों के लिए अंदर लाते हैं।’

‘मेरे लिए ईशांत ज्यादा अहम हैं’

डोल ने कहा, ‘मोहम्मद शमी कभी वास्तविक स्विंग गेंदबाज नहीं रहे। वह सीम गेंदबाज हैं। मेरे लिए बुमराह, शमी नहीं बल्कि ईशांत अधिक महत्वपूर्ण हैं। मैंने हालांकि गेंद के अधिक सीम करने की उम्मीद की थी। शमी और बुमराह ने कभी-कभी सीम गेंदबाजी की लेकिन लगातार ऐसा नहीं कर पाए।’

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