University Exam 2021 : एमपी में फाइनल ईयर की परीक्षा जून और फर्स्ट व सेकेंड ईयर की जुलाई में कराने के निर्देश

मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति एवं कुल सचिवों तथा महाविद्यालय के प्राचार्यों से आगामी परीक्षाओं के आयोजन, प्रवेश प्रक्रिया की तैयारियों और परीक्षा परिणाम समयसीमा में जारी किये जाने संबंधी विचार-विमर्श किया। उन्होंने स्नातक अंतिम वर्ष एवं स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं जून-2021 में और स्नातक प्रथम और द्वितीय वर्ष तथा स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की परीक्षाएं जुलाई-2021 में कराए जाने के निर्देश दिये।

उन्होंने कहा कि अंतिम वर्षों के परीक्षा परिणाम जुलाई-2021 तथा शेष परीक्षा परिणाम अगस्त-2021 में अनिवार्य रूप से सभी विश्वविद्यालयों द्वारा जारी किया जाना सुनिश्चित किया जाये। इसी प्रकार कक्षा-12वीं के परीक्षा परिणाम घोषित होने के उपरांत स्नातक प्रथम वर्ष की प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ करने तथा स्नातक द्वितीय, तृतीय वर्ष और स्नातकोत्तर तृतीय सेमेस्टर के लिये प्रवेश प्रक्रिया अगस्त-2०21 में प्रारंभ किये जाने के निदेर्श दिये गये।

डॉ. यादव ने आगामी शैक्षणिक सत्र से राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू किये जाने की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि 79 विषयों के नवीन पाठ्यक्रमों के निर्माण की कार्यवाही केन्द्रीय अध्ययन मण्डलों के माध्यम से प्रक्रियाधीन है। अतिशीघ्र यह कार्यवाही पूर्ण कर आगामी सत्र से यूजीसी के मापदण्ड अनुसार राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लागू करते हुए क्रेडिट बेस मूल्यांकन व्यवस्था लागू की जाये। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत नवीन पाठ्यक्रमों के अनुसार विश्व बैंक परियोजना/रूसा के सहयोग से विद्यार्थियों के लिये ई-कंटेन्ट तैयार करने का कार्य त्वरित गति से किया जाये।

डॉ. यादव उच्च शिक्षा विभाग की वचुर्अल समीक्षा बैठक को भोपाल से संबोधित कर रहे थे। बैठक में प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा अनुपम राजन, प्रभारी आयुक्त उच्च शिक्षा चन्द्रशेखर वालिम्बे सहित समस्त विश्वविद्यालयों के कुलपति, कुल सचिव, सभी क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक तथा सभी जिलों के अग्रणी महाविद्यालयों के प्राचार्य उपस्थित रहे।

डॉ. यादव ने कहा कि निमार्णाधीन कार्यों को समय-सीमा में पूर्ण किया जाये। उन्होंने आगामी सत्र 2021-22 से विश्वविद्यालयों द्वारा प्रारंभ किये जाने वाले पाठ्यक्रमों तथा विषयों की अद्यतन जानकारी लेकर नवीन पाठ्यक्रमों और विषयों की जानकारी उपलब्ध सीट संख्या अनुसार अतिशीघ्र विभाग को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी विश्वविद्यालय तथा महाविद्यालय एक गाँव को गोद लें तथा’योग से निरोग” के पाठ्यक्रम और कक्षाएँ प्रारंभ करें। साथ ही राष्ट्रीय सेवा योजना व राष्ट्रीय केडेट कोर के स्वयंसेवक कोरोना काल में जनता की सेवा से संबंधित कार्य करें।

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