कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। इस दिशा में अलग-अलग जिला प्रशासन द्वारा अपने स्तर पर हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। अब अगर किसी घर में एक भी कोरोना संक्रमित मरीज मिलता है तो उसकी भी निगरानी होगी। इसके लिए सिविल डिफेंस वालंटियर्स को घरों के बाहर तैनात किया जा रहा है।
शाहदरा जिला के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि संक्रमण की रोकथाम के लिए एक संक्रमित मरीज मिलने पर भी घर के बाहर वालंटियर की तैनाती को लेकर प्रशासन ने जरूरी कदम उठाया है, जिससे संक्रमित मरीज के घर में कोई दूसरा व्यक्ति प्रवेश न करे और न संक्रमित परिवार का कोई सदस्य किसी के संपर्क में आए। इससे संक्रमण के फैलाव को रोकने में मदद मिलेगी।
अक्सर देखने में आता है कि एक घर में संक्रमण का मामले आने पर कुछ दिन बाद आसपास पड़ोस के घरों में कोरोना संक्रमित मरीज मिल जाते हैं। इसका कारण लोगों द्वारा बरती जाने वाली लापरवाही है। उसी को ध्यान में रखते हुए अब एक संक्रमित मरीज मिलने पर भी कड़ी निगरानी होगी। अगर संक्रमित मरीज के परिवार को कुछ जरूरत का सामान मंगवाना होगा तो उसे वालंटियर घर के बाहर ही उपलब्ध करा देंगे।
दो शिफ्ट में तैनाती
तेलीवाड़ा इलाके में रहने वाले मोहित ने बताया कि उनकी मां कोरोना संक्रमित हो गई थी, जिसके बाद घर के बाहर के सुबह साढ़े छह बजे से लेकर रात दस बजे तक सिविल डिफेंस वालंटियर बैठे रहते थे। उनकी तरफ से पूरा सहयोग मिला।
पांच हजार से अधिक नए कंटेनमेंट जोन
दिल्ली में संक्रमण की रोकथाम के लिए इलाकों में सूक्ष्म स्तर पर कंटेनमेंट जोन बनाने का काम जारी है। इस कारण कंटेनमेंट जोन की संख्या भी बढ़ रही है। पांच मई से नौ मई तक में पांच हजार से अधिक नए कंटेनमेंट जोन सामने आए हैं।