रईस हीरा व्यापारी से लेकर भगोड़ा घोषित होने तक, जानें नीरव मोदी के बारे में सबकुछ

भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के प्रत्यर्पण मामले में ब्रिटेन की एक अदालत ने गुरुवार को जब निर्णय सुनाया तो वह अपने विरोधाभासों से भरे जीवन के 50 साल पूरे करने से महज दो दिन दूर था। गुजरात के एक हीरा कारोबारी का सदस्य मोदी यूरोप के आभूषणों के केंद्र बेल्जियम के एंटवर्प में बड़ा हुआ था और तमाम शानो शौकत देखने के बाद अभी वह यूरोप की सबसे भीड़ भरी जेल में बंद है।

पंजाब नेशनल बैंक से करीब दो अरब डॉलर की धोखाधड़ी करने के मामले में जालसाजी और धनशोधन के आरोपों के सिलसिले में भारत में वांछित हीरा कारोबारी नीरव मोदी बृहस्पतिवार को प्रत्यर्पण के खिलाफ अपना मुकदमा हार गया। ब्रिटेन की एक अदालत के न्यायाधीश ने कहा कि उसे भारतीय अदालतों के समक्ष जवाब देना पड़ेगा।

हीरा कारोबार से अरबों की संपत्ति जुटाई: हीरा कारोबार से पहचान बनाने वाला नीरव मोदी मूल रूप से गुजरात के रहने वाला है। उसके पिता हीरे के व्यापार से जुड़े थे और इसे ही नीरव मोदी ने आगे बढ़ाया। नीरव तब खासे चर्चा में आया, जब 2010 में नीलामी में नीरव मोदी की कंपनी फायर स्टार डायमंड का गोलकुंडा नेकलेस 16.29 करोड़ रुपये में बिका। 2016 की फोर्ब्स की सूची के अनुसार, 11, 237 करोड़ की संपत्ति के मालिक नीरव देश के सबसे रईस लोगों की सूची में 46वें स्थान पर था।

लंदन की वेंड्सवर्थ जेल में है बंद: नीरव मोदी अपनी गिरफ्तारी के बाद से दक्षिण पश्चिम लंदन की वेंड्सवर्थ जेल में है। उसे मध्य लंदन में एक बैंक की शाखा से 19 मार्च 2019 को एक प्रत्यर्पण वारंट पर गिरफ्तार किया गया था। वह उस समय बैंक शाखा में नया खाता खुलवाने का प्रयास कर रहा था। वह लंदन में सेंटर प्वाइंट के पेंटहाउस इलाके में रह रहा था। वह नियमित रूप से अपने कुत्ते के साथ समीप की एक नयी ज्वैलरी दुकान में जाता था।

बाद में सामने आया कि लंदन में वेस्टमिनिस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में हिरासत सुनवाई के दौरान उसने बुटिक लॉ एलएलपी की सेवा ली थी। उसने केंद्रीय जांच ब्यूरो एवं प्रवर्तन निदेशालय द्वारा उसके विरूद्ध शुरू की गयी धोखाधड़ी एवं धनशोधन मामले में प्रत्यर्पण की कार्यवाही की आशंका थी। वह स्वैच्छिक आत्मसमर्पण एवं जमानत के संबंध में कोई बातचीत करने का प्रयास कर रहा था।

सीबीआई और ईडी के सबूतों को क्राउन अभियोजन सेवा ने अदालत में पेश किया और भारतीय अधिकारियों की ओर से दलीलें पेश की। कड़ी नजरबंदी के बीच जमानत के लिए 40 लाख जीबीपी तक जमानत-राशि की नीरव मोदी की पेशकश को कई बार खारिज किया गया।

जेल में एक अन्य कैदी के साथ कोठरी साझा करना उसकी अतीत की अरबपति जीवनशैली से बिल्कुल भिन्न है। पहले उसकी बड़ी बड़ी हस्तियों के साथ जान पहचान थी और उसके हीरों के डिजायन संबंधी कार्यक्रम में बड़े बड़े सितारे शामिल होते थे। पिछले साल प्रत्यर्पण सुनवाई के दौरान बड़े फ्रांसीसी ज्वैलरी विशेषज्ञ थीरी फ्रिटस्क ने कहा, ”मैं (भारत में) कार्यशाला में शिल्पकारिता से बहुत प्रभावित था।” अदालत में सुनवाई के दौरान नीरव मोदी के वकीलों ने उसके अवसाद और मानसिक स्थिति को लेकर भी तमाम दलीलें दीं।

भारत नीरव मोदी के जल्द प्रत्यर्पण के लिए संपर्क करेगा

भारत ने कहा है कि नीरव मोदी के मामले में ब्रिटेन के कोर्ट के फैसले के बाद उसके प्रत्यर्पण के लिए जल्द संपर्क किया जाएगा। फिलहाल अदालत ने मामला वहां के होम सेक्रेटरी के पास भेजा है। उनके अप्रूवल पर आगे की स्थिति निर्भर करेगी। फिलहाल इसके लिए दो महीने का वक्त मिल सकता है।

विदेश मंत्रालय ने इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नीरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक फ्रॉड मामले में भारत में वांछित है। सीबीआई और ईडी के अनुरोध पर ब्रिटेन से उसका प्रत्यर्पण अगस्त, 2018 में मांगा गया था। प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि 20 मार्च, 2019 को वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में वरिष्ठ जिला न्यायाधीश के समक्ष नीरव को गिरफ्तार किया गया था। तब से उन्हें न्यायिक हिरासत में रहते हुए प्रत्यर्पण की कार्यवाही का सामना करना पड़ रहा है।

विदेश मंत्रालय ने बताया कि इस मामले में अंतिम सुनवाई 7-8 जनवरी 2021 को हुई थी। प्रवक्ता ने कहा कि गुरुवार को लंदन में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत ने फैसला सुनाया है। प्रवक्ता ने आदेश का हवाला देते हुए बताया कि न्यायाधीश ने कहा है कि नीरव मोदी ने सबूतों को नष्ट करने और गवाहों को डराने के लिए साजिश रची। वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत ने यूके के गृह सचिव को नीरव मोदी के प्रत्यर्पण की सिफारिश की है, इसलिए भारत सरकार प्रत्यर्पण के लिए यूके अधिकारियों के साथ संपर्क करेगी।

प्रत्यर्पण को लेकर अब आगे क्या?

नीरव मोदी लंदन की वांड्सवर्थ जेल में बंद है। लंदन कोर्ट में जज सेमुअल गूजी के फैसले के बाद मामला अब ब्रिटेन के गृह मंत्रालय के पास जाएगा। प्रत्यर्पण को लेकर कोर्ट के फैसले पर गृह मंत्री प्रीति पटेल आखिरी मोहर लगाएंगी। इसके बाद भारत के इस वांटेड भगोड़े को मुंबई जेल लाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। हालांकि उसके तुरंत भारत आने की संभावना कम है। कोर्ट के फैसले के बाद नीरव मोदी के पास ऊपरी अदालत में जाने का विकल्प होगा. फैसले के खिलाफ वह हाईकोर्ट में अपील कर सकता है. नीरव के पास अपील के लिए 28 दिनों का वक्त है। हाईकोर्ट से झटका लगने के बाद वह मानवाधिकार कोर्ट जा सकता है। इसके अलावा उसके पास मानवाधिकारों की बात करते हुए यूरोपीय अदालत में जाने का विकल्प होगा।

भारत में ये मुकदमे चलेंगे

नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी ने बैंक अधिकारियों के साथ मिलकर पंजाब नेशनल बैंक में करीब 14 हजार करोड़ रुपए से भी अधिक के लोन की धोखाधड़ी की। यह धोखाधड़ी गारंटी पत्र के जरिए की गई। उस पर भारत में बैंक घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग के तहत दो प्रमुख मामले सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय ने दर्ज ‍किए हैं। इसके अलावा कुछ अन्य मामले भी उसके खिलाफ भारत में दर्ज हैं।

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