भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ नए नवेले नरेंद्र मोदी स्टेडियम में तीसरे टेस्ट के पहले ही दिन अपनी पकड़ मजबूत कर ली। टीम ने स्पिनर जोड़ी आर अश्विन और अक्षर पटेल की शानदार गेंदबाजी के दम पर इंग्लैंड को पहली पारी में मात्र 112 रनों पर ही समेट दिया। दोनों ने आपस में मिलाकर 10 में से नौ विकेट झटके। इसके बाद भारत ने रोहित शर्मा के नाबाद अर्धशतक के दम पर पहली पारी में मजबूत बढ़त हासिल करने की तरफ कदम बढ़ाए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऐसा माना जा रहा है कि भारतीय पारी के दौरान खराब अंपायरिंग की वजह से इंग्लैंड के कप्तान जो रूट और कोच क्रिस सिल्वरवुड मैच रेफरी जवागल श्रीनाथ से मिले हैं।
‘ईएसपीएन क्रिकइंफो’ की रिपोर्ट के मुताबिक, इंग्लैंड के कोच और कप्तान ने यह मुलाकात पहले दिन के खेल खत्म होने के बाद की है। इस मीटिंग में उन्होंने मांग की है कि कि थर्ड अंपायर के फैसलों में निरंतरता होनी चाहिए। दोनों का मानना है कि तीसरे टेस्ट मैच के पहले दिन थर्ड अंपायर ने जल्दबाजी में फैसले लिए थे। कप्तान रूट के अलावा टीम के अन्य खिलाड़ियों ने भी उनके फैसले पर सहमति जताई।
यहां जिन फैसलों की बात की जा रही है, उसमें पहला शुभमन गिल को लेकर है। तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंद पर गिल के बल्ले से गेंद लगकर स्लिप में बेन स्टोक्स की तरफ गई थी। स्टोक्स ने यहां कैच लिया और इंग्लैंड के खिलाड़ी जश्न मनाने लग गए। यहां मैदानी अंपायर ने बल्लेबाज को आउट दे दिया था, लेकिन थर्ड अंपायर से रिव्यू की मांग भी की। बाद में थर्ड अंपायर सी समसुद्दीन ने इस फैसले को बदलकर नॉटआउट करार दिया।
इसके अलावा इंग्लैंड के विकेटकीपर बेन फोक्स ने एक तेज स्टम्पिंग की थी और उसी समय बल्लेबाजी कर रहे रोहित शर्मा ने पैर को क्रीज की तरफ वापस खींचा था। यहां भी थर्ड अंपायर ने उन्हें नॉटआउट करार दिया था। मेहमान टीम ने इस दौरान कहा है कि थर्ड अंपायर ने बिना कोई दूसरा कैमरा एंगल देखे, जल्दी फैसले लिए हैं।