कुछ कन्नड़ समाचार चैनलों ने कुछ फुटेज प्रसारित कर दावा किया कि कांग्रेस के विधान पार्षद प्रकाश राठौड़ शुक्रवार को विधान परिषद की कार्यवाही के दौरान अपने मोबाइल फोन पर कथित रूप से अश्लील सामग्री देख रहे थे। राठौड़ ने इस आरोप को खारिज किया है।
सदन की कार्यवाही के दौरान मोबाइल फोन में राठौड़ कोई वीडियो देखते दिखाई देते हैं जिसे समाचार चैनलों ने धुंधला कर प्रसारित किया। राठौड़ ने आरोप को खारिज करते हुए संवाददाताओं से कहा कि वह प्रश्नकाल के दौरान सरकार से प्रश्न पूछने के लिए अपने मोबाइल में सवाल से संबंधित सामग्री देख रहे थे और अपने फोन पर आई कुछ सामग्री डिलीट कर रहे थे क्योंकि स्पेस भर गया था।उन्होंने कहा,‘…जब मैं सवाल से संबंधित सामग्री देख रहा था तो बहुत सारे संदेश थे जिन्हें स्पेस भरने की वजह से मैं डिलीट कर रहा था…आपने क्या देखा और क्या दिखाया, मुझे नहीं पता। मैं ऐसी चीजें कभी नहीं करूंगा।’ इसी तरह की एक घटना में 2012 में तीन मंत्री विधानसभा की कार्यवाही के दौरान मोबाइल फोन पर अश्लील क्लिप देखते कैमरे में कैद हो गए थे जिससे तत्कालीन भाजपा सरकार को काफी शर्मिंदगी उठानी पड़ी थी। घटना के बाद तीनों मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया था।