इटली के खतरनाक क्रिमिनल और माफिया बॉस माटेओ मेस्सिना डेनारो को इटली की जांच एजेंसी 30 साल से खोज रही थी. पुलिस ने जब उसे जाल बिछाकर गिरफ्तार किया तो एक बार पुलिस को भी भरोसा नहीं हुआ कि उसने उसे गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने जब मोस्ट वॉन्टेड माफिया डेनारो से पलेर्मो में एक क्लीनिक के बाहर उसका नाम पूछा तो उसने कुछ नहीं कहा. वो कोई विरोध किए बिना चुपचाप पुलिसकर्मियों के साथ चला गया. इससे आसापास तैनात सैकड़ों हथियारबंद पुलिसकर्मी हैरान रह गए।
पुलिसकर्मियों को भी एक पल के लिए शक हुआ कि क्या उसने सच में 30 साल से फरार माफिया सरगना को पकड़ लिया है. माफिया बॉस डेनारो ने कई सालों तक इटली में माफियाओं पर राज किया. उसने कई सालों तक लग्जरी लाइफ का मजा लिया. पुलिस को उसको गिरफ्तार करने में कोई मुश्किल नहीं आई. पुलिस द्वारा अलग-अलग चरणों में उसके कई साथियों और मददगारों को पकड़ा पर डेनारो पर शिंकजा नहीं कस पाई थी।
60 साल में पकड़ा गया माफिया
माफिया सरगना डेनारो को 60 साल की उम्र में गिरफ्तार किया है. डेनारो की अपराधों की लिस्ट बेहद लंबी है. इसमें कई हत्याएं, ड्रग तस्करी और रंगदारी वसूलना प्रमुख है. माटेओ मेस्सिना डेनारो का जन्म साल 1962 में सिसिली के कैस्टेल्वेट्रानो में हुआ था. उनके पिता और रिश्तेदार लोकल माफिया का हिस्सा थे. इसी वजह से उसने बहुत कम उम्र में ही क्राइम की दुनिया में प्रवेश कर लिया. साल 1989 में उसने दो गैंगों की बीच हुए संघर्ष में हिस्सा लिया. बाद में वो ऐसा खूंखार शख्स बन गया जो लोगों के खून का प्यासा था. उसने बाद में कई लोगों की हत्या की।
साल 1989 में किया पहला मर्डर
साल 1989 में माटेओ मेस्सिना डेनारो को पहली बार हत्या का आरोपी बनाया गया. ये मामला होटल के मालिक का हत्या का था. दरअसल वो कर्मचारियों से लगातार माफियाओं की शिकायत कर रहा था. उसने गलती से उस कर्मचारी से माफियाओं के बारे में कहा, जो डेनारो के साथ लंबे समय से संबंध बना रही थी. होटल मालिक की इस बात से नाराज होकर माटेओ ने उसकी हत्या कर दी।
लाश से कब्रिस्तान भरने की धमकी दी
इटली में वरिष्ठ पत्रकार इस बात की गवाही देते हैं कि माटेओ को हत्या करने में किसी तरह का पछतावा नहीं होता था. उसने दावा किया था कि वो कब्रिस्तान को उन लाशों से भर देगा, जिन्हें उसने मारा था. वो इटली के कुख्यात माफिया ग्रुप नोस्ट्रा के प्रमुख सल्वाडोर रिन्ना का बेहद करीबी था. रिन्ना की गिरफ्तारी के बाद वो फरार हो गया. 30 साल तक उसे पकड़ने की ऑपरेशन चला लेकिन किसी भी जांच एजेंसी के हाथ वो 30 साल तक नहीं हो पाया।
11 साल के मासूम को भी नहीं बख्शा
माटेओ कितना दरिंदा था इस बात का पता इससे चलता है कि उसने एक माफिया सदस्य के 11 साल के बेटे की हत्या करवाई. उसने अपनी गैंग के एक सदस्य के सरकारी गवाह बनने पर उसके 11 साल के बेटे को अगवा कर लिया. उसने उसे दो साल तक कैद में रखा और उसे कई यातनाएं दी. उसकी हत्या करने के बाद उसकी लाश पर तेजाब डाल दिया. माफियाओं के खिलाफ केस लड़ने वाले दो प्रोसिक्यूटरों की भी उसने हत्या की. ये वारदात 1992 और 1993 में घटी।
उसने और उसकी गैंग ने रोम, मिलान जैसे शहरों पर बम बरसाए, जिसमें 10 लोगों की मौत हुई. उसने साल 1992 में विपक्ष के नेता और उसकी गर्लफ्रेंड की जुलाई 1992 में हत्या की. रोलेक्स की घड़ियां और महंगे डिजाइनर कपड़ों के शौकीन माटेओ की की कई गर्लफ्रेंड थीं. कहा जाता है कि उसे बड़े बिजनेसमैन और राजनीतिक नेताओं ने रंगदारी के तौर पर बड़ी रकम दी।