एक कहावत कही जाती है विनाशकाले विपरीत बुद्धि. यानी जब विनाश आना होता है तो मनुष्य का बुद्धि-विवेक खत्म हो जाता है. ऐसा ही एक लड़की के साथ हुआ. ज्यादा चतुर बनने के चक्कर में खुद पर ही यह कहावत चरितार्थ करते हुए, एक लड़की ने हथौड़े से अपना चेहरा और सिर खुद ही कुचल-फोड़ डाला. ताकि वो साबित कर सके कि उसका एशियाई मानव व यौन तस्करों ने अपहरण कर लिया था. इतना ही नहीं हर फरेब करने की जिद पर अड़ी लड़की ने पांच लोगों के खिलाफ बलात्कार का झूठा मुकदमा तक दर्ज करा डाला।
जांच एजेंसियों को शक न हो इसलिए अंत में हथौड़े से हमला बोलकर खुद ही अपना सिर और चेहरा भी लहूलुहान कर डाला. जांच में सच्चाई जब सामने निकल कर आई तो कोर्ट ने मास्टरमाइंड लड़की को ही 8 साल जेल की सजा मुकर्रर कर दी. लड़की का नाम है एलेनोर विलियम्स. महज 22 साल की किसी लड़की द्वारा देश की तमाम एजेंसियों को, लंबे समय तक अंधेरे में रखकर बेवकूफ बनाने की यह दिलचस्प और सच्ची कहानी है, इंग्लैंड के लंकाशायर स्थित गांव बैरो की।
जांच एजेंसियों ने खोल दी पोल
जरूरत और उम्र से कहीं ज्यादा चालाक चतुर बनने वाली इस मास्टरमाइंड खूबसूरत लड़की को मंगलवार को कोर्ट ने आठ साल के लिए जेल में डाल दिया है. कोर्ट में जांच एजेंसी ने एलेनोर विलियम्मस को शातिर दिमाग और झूठा साबित कर दिया था. कोर्ट में जब यह साबित हो गया कि, एलेनोर का कभी भी किसी भी एशियाई यौन तस्कर गैंग ने अपहरण नहीं किया था. न ही उसका किन्हीं पांच लोगों ने मिलकर कभी गैंगरेप ही किया. जैसा कि लड़की ने आरोप लगाया था कि जब वो 16 साल की थी तब उसके साथ बैरो गांव में आयोजित एक पार्टी में चार-पांच लोगों ने गैंगरेप किया था. लड़की झूठ के कसीदे गढ़ने से यहीं पर खुद को काबू नहीं रख सकी।
सेक्स पार्टियों में भेजने का आरोप
उसने एक और सनसनीखेज आरोप लगाया कि जब वो मैनहट्टन स्थित के नाइट क्लब में नौकरी किया करती थी, तब वहां भी उसे रेप का शिकार बनाया गया. जिस शख्स ने उसके साथ नाइट क्लब में रेप की घटना अंजाम दी, उसी ने बाद में फ्लैट में भी रेप किया. और तो और जांच एजेंसियों और कोर्ट को गुमराह करने के लिए इस मास्टरमाइंड लड़की ने, यहां तक आरोप लगाकर इंग्लैंड में सनसनी फैला दी कि, जब वो 12 साल की बच्ची थी तब उसे अपहरण करके उत्तरी इंग्लैंड के कई इलाकों में आयोजित होने वाली सेक्स पार्टियों में भी भेजा गया. इबीसा में ले जाकर भी यौन उत्पीड़न करने के आरोप लड़की ने लगाए थे।
चंद दिनों में वायरल हुआ वीडियो
इंग्लैंड में तूफान ला देने वाली शातिर दिमाग लड़की एलेनोर विलियम्स ने मई 2020 में जब फेसबुक पेज पर अपनी आपबीती का वीडियो, तस्वीरें अपलोड कीं, तब यह मामला सनसनीखेज बनकर जमाने की नजरों में आया. उस वीडियो औऱ उन तस्वीरों में एलेनोर का खून से लथपथ सिर और चेहरा कुचला व सूजा हुआ नजर आ रहा था. जिसे देखकर किसी की भी चीख निकल जाए. उस वीडियो को 1 लाख से ज्यादा बार चंद दिनों में ही शेयर कर डाला गया था. जिन पांच लोगों पर इस लड़की ने गैंगरेप का झूठा आरोप मढ़ा था उनमें से एक को तो जेल की सजा भी हो गई. जबकि बाकी 4 कोर्ट कचहरी थाने चौकी के चक्कर में फंसकर तबाह हो लिए।
लड़की के झूठे आरोपों से तबाह हो गए जॉर्डन
बात उस स्तर तक जा पहुंची कि जब दावों की जांच के लिए खुद इंग्लिश डिफेंस लीग के संस्थापक टॉमी रॉबिन्सन को लड़की जहां रहती थी, उस इलाके का दौरा तक करना पड़ गया. हालांकि बाद में उस यात्रा से भड़की लड़की और उसके परिवार ने कहा कि, “हम अपने इलाके में किसी भी कीमत पर टॉमी रॉबिन्सन का दौरा नहीं चाहते थे. क्योंकि हम जानते थे कि वे हमारे आरोपों और हमारी मुसीबतों को नहीं समझेंगे.” इस लड़की के झूठे आरोपों से बर्बाद हो चुके जॉर्डन ट्रेंगोव ने कहा कि, उन्हें तीन बार गिरफ्तार किया गया. उन्होंने आगे कहा कि,” रेप के उस झूठे आरोप के चलते इतनी बदनामी हुई कि मुझे, और मेरी मां को अपना फ्लैट तक छोड़कर जाना पड़ा. रिमांड के दौरान बीते मेरे डरावने दिन मैं कभी नहीं भूल सकता हूं. रिमांड पीरियड में मुझे एक ऐसे शख्स के साथ जेल की सेल साझा करने को कहा गया जो बीमार था।
झूठे आरोपों के कारण सुसाइड की कोशिश
इस लड़की द्वारा रेप के लगाए गए झूठे आरोप में कैदा मोहम्मद रमजान ने कहा, “मैं बेगुनाह था. उन झूठे आरोपों से आहत होकर मैंने गिरफ्तारी के 15 दिन बाद ही सुसाइड करने की कोशिश की. अब मुझे और मेरे परिवार को अपना पुराना मकान छोड़ कर दूर जाना पड़ गया है.” लड़की के झूठ के शिकार तीसरे बेकसूर ओलिवर गार्डनर के मुताबिक, “मुझ पर लगे रेप के झूठे आरोपों ने मुझे बर्बाद कर दिया. मां को भी कई बार समझाना पड़ा कि आरोप झूठे हैं. मैं रेपिस्ट नहीं हूं.” कोर्ट में जांच एजेंसी यह भी साबित करने में कामयाब रही कि फरेबी लड़की को किसी गैंग ने हमला करके जख्मी नहीं किया था. उसने हथौड़े से खुद ही खुद को हमला करके लहूलुहान कर डाला था।
कोर्ट ने 8 साल की सुनाई सजा
दूसरी ओर कोर्ट ने अब मुजरिम करार दी गई इस लड़की की उस चैट पर भी चर्चा की, जिसे लेकर लड़की का दावा था कि वो स्नैपचैट शैगी वुड नाम के एक एशियाई तस्कर की थी. हालांकि वो अकाउंट किसी लियाम वुड नाम के व्यक्ति का था. कोर्ट में जांच एजेंसी यह साबित कर पाने में भी कामयाब रही कि, आरोपी लड़की खुद ही अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर ऐसे संदेश भेजती थी कि, जिससे जमाने को लगे कि वो किसी गैंग से पीड़ित है।