चित्रकुट जेल के अंदर अब्बास अंसारी और उसकी पत्नी निखत अंसारी के ‘मिलन कांड’ का भंडाफोड़ होने के बाद अब इस मामले में समाजवादी पार्टी के एक नेता का भी नाम आ रहा है. आरोप है कि समाजवादी पार्टी के इस नेता ने पहले जेल अधिकारियों के बीच अपनी पैठ बनाई. फिर उन्हें पैसे देकर निखत का अब्बास अंसारी से मुलाकात का प्रबंध करवाया. ये भी सामने आई है कि निखत चित्रकूट में एक दो दिन नहीं, बल्कि लगभग दो माह तक वह रही. इस दौरान वह 36 बार जेल में अपने पति से अनधिकृत तौर पर मिलने गई।
बताया जा रहा है कि पुलिस ने निखत अंसारी से 3 दिनों तक पुलिस लाइन परिसर में रखकर लगातार पूछताछ की थी जिसमें सपा नेता फराज खान का नाम सामने आया. आरोप है कि फराज ने जेल में अब्बास से मिलने को लेकर निखत की मदद की थी.कल पुलिस ने सपा नेता फराज खान के घर पर छापा मारकर उसके पिता को हिरासत में ले लिया था, जिसके बाद आज सपा नेता जिला महासचिव फराज खान कर्वी कोतवाली पहुंचकर अपने आप को सरेंडर कर दिया है. इसके बाद एसओजी व कर्वी कोतवाली की पुलिस ने सपा नेता को हिरासत में लेकर बंद कमरे में पूछताछ करना शुरू कर दिया है।
समाजवादी पार्टी के जिला महासचिव का नाम सामने आया
इस मामले में चित्रकूट धाम मंडल के डीआईजी डॉ विपिन कुमार ने बताया है कि जेल के अंदर अब्बास और निखत अंसारी के मिलन कांड के मामले की जांच चल रही है, जिसमें चित्रकूट जिले के समाजवादी पार्टी से जिला महासचिव फराज खान का नाम प्रकाश में आया है. निखत अंसारी और उसके ड्राइवर ने पुलिस कस्टडी में पूछताछ के दौरान विवेचना में ऐसे कई साक्ष्य मिले हैं., जिसमें सपा नेता फराज खान निखत अंसारी और अब्बास अंसारी सहित अन्य अभियुक्तों के अनाधिकृत गतिविधियों में संलिप्त था, जो इन लोगों की सपा नेता उनके रहने और खर्चे का इंतजाम करता था।
पुलिस जांच में जुटी
पुलिस की जांच में सपा नेता के कई ट्रांजैक्शन करने के साक्ष्य मिले हैं. सपा नेता द्वारा निखत अंसारी और अब्बास अंसारी द्वारा जो जेल में मिलने के नाम पर अधिकारियों को जो पैसे दिए जाते थे और जो वकील को फीस दी जाती थी. इन सभी चीजों का अरेंजमेंट सपा नेता द्वारा किया जाता था. पूरे मामले में सपा नेता की सहभागिता है. जिससे जिन धाराओं में मुकदमा पंजीकृत है उन धाराओं सहित सपा नेता फराज खान पर धारा 34 आईपीसी के तहत भी कार्रवाई की जाएगी।
निखत अंसारी जेल में अब्बास अंसारी से कुल 5 बार अफिसियल रूप से मिली थी, बाकी अनधिकृत रूप से मिल रही थी. जेल अधिकारियों को जो गाड़ी गिफ्ट दिए जाने की बात आ रही है. उसकी जांच की जा रही है, जांच में पुलिस की 3 टीमें लगी हुई है जो अभी भी लगातार मामले में पूछताछ की जा रही है।