सोने को हमेशा से भारत में एक सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में देखा जाता है. अगर मौजूदा हालातों को देखें तो इसने निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न भी दिया है. शेयर बाजारों में उठा-पटक और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बनी अस्थिरता के बीच सोना अपनी चमक बिखेर रहा है. उम्मीद की जा रही है 2024 में सोना लोगों को छप्पर फाड़ रिटर्न दे सकता है।
सोने में बीते 5 महीने के भीतर 16 प्रतिशत की ग्रोथ देखी गई है. अक्टूबर 2022 में इसका भाव करीब 50,760 रुपये प्रति 10 ग्राम था।
बाजार में है इस तरह की हलचल
मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि जिस तरह से दुनियाभर में महंगाई बढ़ रही है. वहीं इकोनॉमिक ग्रोथ के पटरी से उतरने की जो आशंका है. उस बीच सोना हमेशा की तरह आने वाले समय में भी सुरक्षित निवेश बना रहेगा।
इसके अलावा चीन में लगातार लग रहे लॉकडाउन, अमेरिकी फेडरल बैंक के ब्याज दरें बढ़ाने से दुनियाभर के अन्य बाजारों में उथल-पुथल होगी. इसके चलते भी सोना निवेशकों के बीच आकर्षण का केंद्र बना रहेगा. इससे बाजार में इसकी कीमतें ऊंचाई को छू सकती हैं।
क्या पहुंचेगा 60,000 के पार ?
इस सवाल को लेकर एक्सपर्ट्स की राय थोड़ी बंटी हुई है. इसकी वजह चीन जैसे बड़े मार्केट में सोने की डिमांड में कोरोना की वजह से कमी आना है. ऐसे में सोने की कीमत थोड़ी ऊपर-नीचे हो सकती है।
वहीं इस मामले में ईटी ने क्वांटम एएमसी के चिराग मेहता की ओर से लिखा है अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति सोने की कीमतों पर मौजूदा समय में असर डालना जारी रखेगी. हालांकि 2023 के मध्य तक वह सोने के भाव में पॉजिटिव ग्रोथ की उम्मीद करते हैं।
सोमवार को दिल्ली में 24 कैरेट वाले सोने का भाव 58,335 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बना हुआ है. बीच में 2 फरवरी 2023 को ये 60,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर तक पहुंच गया।