घोर बेइज्जती! बाढ़ संकट के दौरान तुर्की ने की थी मदद, पाकिस्तान ने वही सामान भूकंप पीड़ितों के लिए भेज दिया

एक महाशय के घर शादी हुई. मोहल्लवालों ने तोहफे दिए. महाशय ने उनको एक संदूक में बंद कर रख दिया. कुछ महीने बाद पड़ोस के एक शख्स के घर फंक्शन हुआ. वो महाशय गए और संदूक से एक सूट का एक कपड़ा ले जाकर उनको दे दिया. बाद में जब गिफ्ट खोले गए तो पता चला ये वही तोहफा जो वो खुद उनके घर देकर आए थे. बड़ी हंसाई हुई… आपको पता है पाकिस्तान के साथ कुछ ऐसा ही हो गया. अब उसकी ऐसी बेइज्जती हो रही है कि पूछिए मत. पड़ोसी मुल्क की आर्थिक हालात ऐसे हैं यहां की आवाम रोटी, दूध के लिए तरस रही है. महंगाई आसमान छू रही है. ऐसे में पाकिस्तान चले थे तुर्की की मदद करने।

पाकिस्तान खुद को सगा दिखाने के लिए तुर्की को मदद भेजा था. यहीं पर उसकी भद पिट गई. पाकिस्तान स्थित एक पत्रकार ने दावा किया है कि इस्लामाबाद ने तुर्की को जो सहायता भेजी थी, वह वास्तव में पिछले साल विनाशकारी बाढ़ के दौरान तुर्की ने पाकिस्तान को भेजी थी. यानी की तुर्की की सामग्री एक साल बाद तुर्की को ही भेज दी. पाकिस्तान ने तुर्की के भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री, खोज और बचाव कर्मियों के साथ सी-130 विमान भेजे।

पाकिस्तानी पत्रकार ने खोल दी पोल

अब पाकिस्तान स्थित पत्रकार शाहिद मसूद ने दावा किया है कि तुर्की को वही सहायता मिली जो उसने बाढ़ के दौरान इस्लामाबाद को भेजी थी. उसने पाकिस्तान स्थित जीएनएन न्यूज चैनल पर विस्फोटक दावा किया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने उसी राहत सामग्री को दोबारा पैक किया और भूकंप सहायता के नाम पर तुर्की वापस भेज दिया।

तुर्की पहुंच गए पीएम शरीफ

पाकिस्तान के लिए इससे बड़ी शर्मिंदगी की बात और क्या हो सकती है? प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ तुर्की के भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों की व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहे हैं. 11 दिन पहले तुर्की और सीरिया में आए भीषण भूकंप में 45,000 से अधिक लोग मारे गए हैं. मरने वालों की संख्या अभी भी बढ़ती जा रही है. जिस तरह रेस्क्यू ऑपरेशन आगे बढ़ रहा है उसी तरह मरने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है।

पाकिस्तान की हालत भयंकर बदहाल

पाकिस्तान अपना संभाल नहीं पा रहा और दूसरों की मदद के लिए आगे बढ़ रहा है. दरअसल, तुर्की से गहरी दोस्ती के नाते शरीफ ऐसा कर रहे हैं. मजबूरी ये है कि गुरबत के दिनों में तुर्की हमेशा पाकिस्तान के साथ खड़ा रहा. कश्मीर मसले पर भी तुर्की ने भारत का विरोध कर पाकिस्तान का साथ दिया था. इसके अलावा नुपूर शर्मा कांड में भी तुर्की पाकिस्तान की भाषा बोल रहा था. ये सब भुलाकर भारत ने तुर्की के लिए ऑपरेशन दोस्त चलाया. इस दौरान भारत की एनडीआरएफ टीम ने दिन-रात राहत बचाव कार्य किया. भारत ने रसद सामग्री भी भिजवाई. जब NDRF की टीम भारत वापस लौट रही थी तो तुर्की के लोगों ने तालियां बजाकर उनको विदा की. पाकिस्तान, भारत की होड़ करने चला है लेकिन कंगाल पाकिस्तान अपने लोगों का पेट नहीं भर रहा।

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