टीएमसी की मुखर सांसद महुआ मोइत्रा ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के उस बयान पर चुटकी ली है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ भारतीय एकताई के साथ भारत विरोधी विदेशी ताकतों के समर्थन में उतर आते हैं. केंद्रीय मंत्री ने आज एक प्रेस कांफ्रेंस की, जहां उनके निशाने पर जॉर्ज सोरोस थे, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आलोचक माने जाते हैं. टीएमसी सांसद ने लोगों से ‘शाम 6 बजे थाली बजाने की अपील’ की।
सोरोस ने हाल ही में कहा था कि भारतीय व्यवसायी गौतम अडानी की शेयर बाजार में हाल की परेशानियां “भारत में लोकतांत्रिक पुनरुद्धार” को बढ़ावा देंगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को “सवालों का जवाब देना होगा.” केंद्रीय मंत्री ने सोरोस के इस बयान पर कहा कि उन्होंने भारतीय लोकतंत्र में फूट डालने की कोशिश की. जल्द ही, मोइत्रा ने ईरानी का नाम लिए बिना उनकी अपील पर चुटकी ली. माननीय कैबिनेट मंत्री ने हर भारतीय से जॉर्ज सोरोस को उचित जवाब देने का आग्रह किया. कृपया आज शाम छह बजे अपनी थाली बजाएं।
गौतम अडाणी पर सोरोस ने दिया बयान
वरिष्ठ बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि सोरोस का ऐलान भारत के खिलाफ युद्ध थोपने जैसा है और इस युद्ध और भारत के हितों के बीच में मोदी खड़े हैं. उन्होंने कहा कि सभी को एक स्वर में सोरोस की टिप्पणी की निंदा करनी चाहिए. सोरोस ने कहा है कि भारतीय व्यवसायी गौतम अडानी के कारोबारी साम्राज्य में उथल-पुथल ने निवेश के अवसर के रूप में भारत में विश्वास को हिला दिया है और यह भारत में लोकतांत्रिक पुनरुद्धार के द्वार खोल सकता है।
सोरोस ने म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन से पहले अपने एक भाषण में कहा , मोदी इस विषय पर चुप हैं, लेकिन उन्हें विदेशी निवेशकों और संसद में सवालों के जवाब देने होंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने कहा, यह भारत की संघीय सरकार पर मोदी की मजबूत पकड़ को काफी कमजोर करेगा और बहुत जरूरी संस्थागत सुधारों को आगे बढ़ाने के लिए दरवाजे खोलेगा. मैं भोला हो सकता हूं, लेकिन मैं भारत में लोकतांत्रिक पुनरुद्धार की उम्मीद करता हूं।
महुआ मोइत्रा ने की थाली बजाने की अपील
ईरानी ने आरोप लगाया कि सोरोस भारतीय लोकतंत्र को तबाह करना चाहते हैं और चाहते हैं कि यहां कुछ ‘चुनिंदा’ लोग सरकार चलाएं. ईरानी ने दावा किया कि सोरोस ने भारत समेत विश्व की लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में हस्तक्षेप के लिए एक अरब डॉलर से अधिक का कोष बनाया है. ईरानी ने दावा किया कि सोरोस ने भारत समेत विश्व की लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में हस्तक्षेप के लिए एक अरब डॉलर से अधिक का कोष बनाया है।