कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहे भारत के लिए मॉनसून राहत भरा साबित हो सकता है। मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक इस साल भी मॉनसून सामान्य रहेगा और लॉन्ग पीरियड एवरेज में 101 फीसदी बारिश होगी। मंगलवार को मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान में यह बात कही गई है। लॉन्ग पीरियड एवरेज का अर्थ बीते 50 सालों में देश में हुई मॉनसूनी बारिश का औसत होता है। 1961 से 2010 के दौरान यह औसत 88 सेमी का था। मौसम विभाग के अनुमान में कहा गया है कि इस साल भी बारिश इसके करीब ही रह सकती है। लॉन्ग पीरियड एवरेज के तौर पर बात करें तो बारिश 96% से 104% तक हो सकती है।
मौसम विभाग के मुताबिक मध्य भारत में इस बार मॉनसून सामान्य से अधिक रहेगा तो वहीं उत्तर और दक्षिण भारत में सामान्य और पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से कम रहेगा। दूसरी लॉन्ग रेंज फोरकास्ट जारी करते हुए आईएमडी के निदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि अगर पूरे भारत के औसत की बात करें तो मॉनसून सामान्य रहेगा। यह लगातार तीसरा साल है जब मॉनसून सामान्य रहेगा।
आने वाले एक से तीन महीने के मौसम की भविष्यवाणी को लॉन्ग रेंज फोरकास्ट कहते हैं, इसमें वायु दाब, चक्रवात के अनुमान और मॉनसूनी बारिश की भविष्यवाणी आदि को शामिल कर सकते हैं।
यह लॉन्ग पीरियड एवरेज जून से सितंबर महीने के बीच के लिए पेश किया गया है। पूरे देश की बात करें तो इस दौरान बारिश 101 प्रतिशत हो सकती है। हालांकि, इस मॉडल के जरिए पेश किए गए पूर्वानुमान में 4 प्रतिशत घट-बढ़ सकता है।
बता दें कि इस बार मॉनसून तय वक्त से दो दिन देरी से यानी 3 जून को केरल पहुंच सकता है। मौसम विभाग ने पहले पूर्वानुमान दिया था कि मॉनसून 31 मई को केरल पहुंच सकता है। हालांकि, इसमें भी 4 दिन आगे पीछे होने का अनुमान था। रविवार को मौसम विभाग ने कहा कि 3 जून को केरल पहुंचेगा।