हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर सिंगपुर की क्रेडिट रेटिंग संस्था फिच रेटिंग्स ने शुक्रवार को कहा कि अडानी संस्थाओं और उनकी प्रतिभूतियों की रेटिंग पर कोई त्वरित प्रभाव नहीं पड़ा है. रेटिंग एजेंसी ने कहा कि संस्था को उम्मीद है कि उनके द्वारा अडानी समुह को लेकर पूर्वानुमानित नकदी प्रवाह में कोई भौतिक परिवर्तन नहीं होगा।
फिच रेटिंग्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा, “अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (APSEZ, BBB-/Stable), अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड, प्रतिबंधित समूह 1 (AGEL RG1, BB+/स्टेबल), दिसंबर 2024 और साल 2026 के लिए या अन्य सभी संस्थाओं के लिए – पुनर्वित्त जोखिमों और निकट अवधि के तरलता जोखिमों को कम करने के साथ-साथ जून 2024 में कोई हालिया निकट-अवधि की महत्वपूर्ण अपतटीय बॉन्ड परिपक्वता भी नहीं है।
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि संस्था द्वारा की जा रही निगरानी रेटेड संस्थाओं की दीर्घकालिक आधार पर वित्तपोषण या इसकी लागत, प्रतिकूल विनियामक या कानूनी विकास अथवा ईएसजी से संबंधित मामलों में क्रेडिट प्रोफाइल को प्रभावित करने वाले किसी भी बड़े बदलाव पर बारीकी से गौर करेगी।
अडानी कंपनियों पर फिच की करेंसी रेटिंग निम्नवत हैं :
अडानी ट्रांसमिशन (बीबीबी-/स्टेबल), अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई (सीनियर सिक्योर्ड यूएस डॉलर नोट रेटेड ‘बीबीबी-‘), APSEZ, अडानी इंटरनेशनल कंटेनर टर्मिनल प्राइवेट लिमिटेड (सीनियर सिक्योर्ड यूएस डॉलर नॉट रेटेड ‘बीबीबी-‘/स्टेबल), अडानी ट्रांसमिशन रेस्ट्रिक्टेड ग्रुप 1 (बीबीबी-/स्टेबल), अडानी ग्रीन एनर्जी रेस्ट्रिक्टेड ग्रुप 2 (सीनियर सिक्योर्ड यूएस डॉलर नोट्स ‘बीबीबी-‘/स्टेबल), मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट (सीनियर सिक्योर्ड यूएस डॉलर नोट्स’ बीबी+’/स्टेबल)।
फिच रेटिंग्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा, ” उपयोगिता या बुनियादी ढांचे के व्यवसायों में काम करने वाले और अपेक्षाकृत स्थिर नकदी प्रवाह के साथ रेटेड व्यवसायों को (सीधे या प्रभावी रूप से) अलग से सूचीबद्ध किया गया है. अडानी समूह के संस्थापक शेयरधारक प्रभावी रूप से अधिकांश शेयरों के मालिक हैं.” एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में आगे कहा कि इन रेटेड व्यवसायों में बोर्ड प्रतिनिधित्व के साथ रणनीतिक निवेशक भी होते हैं।
फिच ने कहा कि इसके अलावा, APSEZ को छोड़कर सभी रेटेड संस्थाओं के अपतटीय बांड में एक नकदी प्रवाह वाटरफाल मैकेनिज्म और अनुबंध शामिल हैं जो शेयरधारकों को नकदी अपस्ट्रीमिंग को प्रतिबंधित करते हैं और ऋणग्रस्तता को सीमित करते हैं. वहीं इससे पहले रेटिंग, अनुसंधान और जोखिम एवं नीति सलाहकार सेवाएं प्रदान करने वाली भारतीय विश्लेषणात्मक कंपनी CRISIL रेटिंग और उसकी अमेरिकी सहायक कंपनी S&P Global ने कहा था कि वह समूह की संस्थाओं की सभी बकाया रेटिंग उसके “निरंतर निगरानी” में है।
तब रेटिंग एजेंसी ने कहा था कि “रिसर्च रिपोर्ट के मद्देनजर कोई भी प्रतिकूल नियामक/सरकारी कार्रवाई, कॉर्पोरेट प्रशासन के आसपास उभरते मुद्दे, या शेयर की कीमतों में निरंतर गिरावट के कारण बैंकों या पूंजी बाजार से समूह की संसाधन जुटाने की क्षमता में गिरावट मुख्य रुप से निगरानी योग्य होगी।