चित्रकूट बुंदेलखंड के चित्रकूट में लगातार मौसम में बदलाव हो राहा है. किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है. चित्रकूट में एक हफ्ते से लगातार बूंदाबांदी और बादल छाया हुआ है. किसानों का मानना है की इस मौसम से हमारी फसल बर्बाद हो सकती है. धर्म नगरी चित्रकूट में इस बार किसानों के खेतों में अच्छी फसल दिखाई पड़ रही है, जिससे किसान काफी खुश था. लेकिन लगातार खराब हो रहे मौसम के कारण किसानों की चिंता बढ़ गई है।
किसानों को सरसों और अरहर की फसल के खराब होने की चिंता है. ठंड का कहर चित्रकूट में फिर बढ़ गया है. लोग घरों में ठंड की वजह से कैद हो चुके हैं. ठंड की वजह से कोई बाहर नहीं निकल रहा है. चित्रकूट में इस बार मौसम मे काफी ज्यादा बदलाव हो रहा है. यह समस्या केवल किसानों की नहीं है बल्कि जिले में किसानों के साथ बेजुबान जानवरों को भी भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
क्या कहते हैं किसान?
किसान शिव नारायण के मुताबिक जिस प्रकार से मौसम बदल रहा है और बूंदाबांदी हो रही है, उससे गेहूं और चना-अरहर में पाला पड़ सकता है. साथ ही चने में माहू लग सकता है. अब इस मौसम के कारण फसल में काफी नुकसान हो रहा. फसलों में फूल निकले हुए हैं, वह बर्बाद हो रहे हैं. इस समय हम लोग फूल को देखकर अच्छी फसल की उम्मीद कर रहे थे लेकिन अब सब कुछ ठीक नहीं लग रहा है. ऐसे में सरकार को किसानों के लिए कोई इंतजाम सोचना चाहिए।
कृषि उपनिदेशक का बयान
चित्रकूट के कृषि उप निदेशक राजुकमार के मुताबिक बताया गया कि जिले में पिछले एक हफ्ते से कभी बूंदा-बांदी और बदली हो रही है, इससे वर्तमान मे रबी फसल को तो कोई नुकसान नहीं है. लेकिन यदि लगातर यह मौसम बना रहा तो तिलहनी फसलों को नुकसान हो सकता है।
किसानों को अपनी-अपनी फसलों में नमी बनाएं रखना चाहिए जिससे फसल मे दिक्कत न हो सके. इसी के साथ कृषि उपनिदेशक ने कहा है कि हम किसानों के साथ लगातार संपर्क बनाए हुए हैं और उनकी मदद के लिए यथासंभव प्रयास भी कर रहे हैं।