निशांत मान ने 27 अक्तूबर 2022 को आजम खां को सजा सुनाई थी। सजा सुनाए जाने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने आजम खां की विधायकी निरस्त कर दी थी और प्रशासन ने उनके वोट देने का अधिकार भी समाप्त कर दिया है।
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नफरती भाषण देने के मामले में सपा नेता आजम खां को तीन साल की कैद और छह माह की सजा सुनाने वाले एमपी-एमएलए कोर्ट (मजिस्ट्रेट ट्रायल) के जज निशांत मान का प्रमोशन हो गया है। अब उनको एडीजे बना दिया गया है, साथ ही उनका तबादला मऊ हो गया है।