नाबालिग लड़की ने प्रेमी संग मिलकर कर दिया पुराने दोस्त का मर्डर
आरोपी युवक स्कूटर से लाश को जंगल में ले गया और वहां गाड़ दिया। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर लाश बरामद कर ली है। एक नाबालिग लड़की ने अपने नए दोस्त के साथ मिलकर पुराने दोस्त की हत्या कर दी सीओ नेहरू कॉलोनी अनिल जोशी ने रविवार को बताया कि नालापानी रोड निवासी नरेंद्र उर्फ बंटी (27) 16 मार्च की शाम से गायब था। परिजनों ने उसकी गुमशुदगी नालापानी चौकी में दर्ज कराई। इसके बाद 20 मार्च को एक युवती ने मयूर विहार चौकी में अपनी 17 वर्षीय छोटी बहन की गुमशुदगी दर्ज कराई। यह लड़की अचानक शनिवार को घर पहुंची। लड़की ने बड़ी बहन को बताया कि उसने अपने दोस्त आकाश (22) निवासी डीएल रोड के साथ मिल कर पुराने दोस्त नरेंद्र की बेल्ट से गला दबाकर हत्या कर दी। लड़की ने बताया, बंटी उसे बदनाम कर रहा था इसलिए उसकी हत्या की। लड़की की बड़ी बहन ने यह जानकारी पुलिस को दे दी। पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया जबकि नाबालिग आरोपी को निगरानी में रखा गया है। नाबालिग प्रेमिका ने अपने दोस्त के साथ मिलकर पुराने दोस्त की हत्या करवा दी। आरोपी आकाश और उसकी दोस्त लड़की ने कंडोली स्थित
कमरे में पूरी वारदात को अंजाम दिया। दोनों ने पहले बेल्ट से बंटी का गला घोंटा। अगले दिन सुबह आकाश करीब चार किलोमीटर तक स्कूटर पर बंटी के शव को लेकर गया। फिर उसे जंगल में जाकर गाड़ दिया। वह सरेराह शव को इस तरह लेकर गया कि किसी को शक न हो। रायपुर थानाध्यक्ष अमरजीत रावत ने बताया कि लड़की और उसके दोस्त ने हत्या करने से पहले पूरी प्लानिंग थी। आकाश लड़की से शादी करना चाहता था। लड़की पहले बंटी के संपर्क में रही। आरोप है कि बंटी मोहल्ले में लड़की को बदनाम करते हुए चरित्र पर सवाल उठाता था। ऐसे में लड़की और आकाश ने मिलकर बंटी की हत्या की प्लानिंग बनाई और दोनों ने मिलकर बंटी की हत्या घर से गायब हो गए। आरोपी आकाश हत्या की रात अपनी बाइक से लड़की के घर गया। हत्या के बाद शव को बाइक पर लेकर जाना मुश्किल था। ऐसे में उसने शव ठिकाने
लगाने के लिए अपनी बहन के घर से उसका स्कूटर लिया। बाइक वहां छोड़ दी। आरोपी आकाश रायपुर चौक के पास पंक्चर की दुकान चलाता था। 17 वर्षीय लड़की चार साल पहले से बंटी के संपर्क में थी। जो कुछ महीने पहले अलग हो गए तो लड़की आकाश के संपर्क में आई। पुलिस के मुताबिक आकाश उससे शादी करना चाहता था। लड़का और लड़की घर से लापता होने की चालाकी नहीं दिखाते तो शायद पुलिस के लिए हत्याकांड खोलना और चुनौती बन जाता। पुलिस दोनों के लापता होने की कहानी की कड़ी नहीं जोड़ पा रही थी। क्योंकि, दोनों अलग-अलग दिन लापता हुए और दोनों का फोन कॉल पर भी कोई संपर्क नहीं था। लड़की लापता हुई तो उसकी गुमशुदगी मयूर विहार चौकी में बड़ी बहन ने दर्ज करवाई। लड़की के वापस लौटने तक पुलिस को भी भनक नहीं थी कि दोनों हत्या करके भागे हैं। जिस लड़के साथ लड़की गई थी,
उसका कॉल रिकार्ड ही पुलिस को मिला था। लड़की वापस घर पहुंची तो वह अपनी बहन और पुलिस के सामने पिघल गई। इसके बाद दोनों गुमशुदगियां आपस में जुड़ गईं। अगर दोनों भागने की चालाकी नहीं दिखाते तो लड़की की गुमशुदगी की कहानी पुलिस तक नहीं पहुंचती। आरोपी युवक और लड़की घर से निकलने के बाद पहले मुजफ्फरनगर जाकर रुके। इस दौरान रास्ते में कहीं बंटी का मोबाइल फेंक दिया। इसके बाद दोनों दिल्ली होते हुए असोम तक गए। असोम पहुंचने के बाद आरोपी के पास रुपये कम बचे थे। ऐसे में दोनों शनिवार को घर वापस आ गए। हत्या में शामिल लड़की से बंटी के संपर्क का बंटी की मां को पता था। मृतक के परिवार से जुड़े रंजीत सिंह ने बताया कि बंटी को उसकी मां ने कुछ महीने पहले टोका था। कहा था कि उस लड़की से दूर रह। उस दौरान बंटी ने भी बताया था कि वह लड़की के संपर्क में नहीं है।