कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई की अगुवाई करने वाले अमेरिकी सरकार के दो शीर्ष वैज्ञानिकों ने कहा कि कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी से करीब दो लाख लोगों की मौतें हो सकती हैं। व्हाइट हाउस के टास्क फोर्स के सदस्य एंथनी फौसी और डेबोराह बिरक्स ने कहा कि अमेरिका में स्कूल, रेस्तरां, सिनेमा और सभी गैर-जरूरी गतिविधियों को बंद करने वाले सोशल डिस्टेंसिंग दिशानिर्देशों के बावजूद 100,000 से 240,000 अमेरिकियों की मौत हो सकती है।
उन दोनों ने आगाह किया कि अगर कुछ नहीं किया गया तो अमेरिका में 1.5 मिलियन से 2 मिलयन तक मौत का आंकड़ा जा सकता है। बिरक्स ने एक चार्ट पेश करते हुऐ कहा कि देश में इस महामारी से एक लाख से 240000 लोगों की मौत हो सकती है। उन्होंने आगे कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग काम कर रहा है और यह असरदार है और अब तक यह शायद सबसे अच्छी रणनीति है।
डेबोराह बिरक्स ने कहा कि यहां कोई मैजिक बुलेट नहीं है और न ही कोई जादू का टीका या थेरेपी है। यह सिर्फ व्यवहार। इस सोशल डिस्टेंसिंग व्यवहार से ही कोरोना से मौत के आंकड़ों को कम कर सकते हैं। उन्होंने मौत का आंकड़ा बताते हुए कहा कि हमें लगता है कि यह एक सीमा है। हमें वास्तव में विश्वास तथा उम्मीद है कि हम प्रतिदिन और बेहतर कर सकते हैं। बता दें कि व्हाइट हाउस के डेली ब्रीफिंग के दौरान ये बातें कहीं गईं।
वहीं, खतरनाक कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से अपने देशवासियों को आगाह किया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी का प्रकोप देश में चरम पर पहुंच चुका है और देशवासियों को ‘बहुत दर्दनाक’ आने वाले दो सप्ताह के लिये तैयार रहना चाहिए। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘मैं चाहता हूं कि प्रत्येक अमेरिकी आने वाले कठिन दिनों के तैयार रहे। जैसा की विशेषज्ञ भविष्यवाणी कर रहे हैं हमारे आने वाले दो सप्ताह कठिन रहने वाले हैं। वह झूठ हो। उन्होंने कहा कि हमें सुरंग के आखिर में कुछ रोशनी नजर आ रही है, लेकिन आने वाले दो सप्ताह बहुत दर्दनाक रहने वाले हैं।
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार अमेरिका में कोरोना वायरस (कोविड -19) से 3700 लोगों की मौत हो चुकी है और 185000 संक्रमित हैं।