चीन के कई शहरों में तेजी से बढ़ा संक्रमण, फिर मंडरा रहा कोरोना का खतरा
चीन के शंघाई, शेनजेन समेत कई शहरों में कोविड के नए प्रकोप के बाद तालाबंदी लगा दी गई है। अकेले शंघाई में कुल एक करोड़ 70 लाख लोग इस समय तालाबंदी में जीवन बिता रहे हैं। शेनजेन समेत देशभर में 10 इलाकों में लोगों को घर पर ही रहने के अलग अलग स्तर के आदेश दिए गए हैं। नए प्रकोप का कारण कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वेरिएंट माना जा रहा है। प्रकोप हॉन्गकॉन्ग के पड़ोसी चीनी शहरों में केंद्रित है। चीन अभी भी जीरो कोविड रणनीति पर काम कर रहा है और इसी वजह से तालाबंदी जैसे कड़े प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं। हांग कांग में तो वायरस ने तबाही ही मचा रखी है और वो रोजाना बीसियों लोगों की मौत का कारण बन रहा है। सामुदायिक संचार के संकेत चीन के
मुख्य भूभाग में स्वास्थ्य अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि और कड़े कदम भी उठाए जा सकते हैं। सोमवार 14 मार्च को पूरे देश में संक्रमण के 2,300 नए मामले सामने आए।रविवार को यह संख्या 3,400 थी, जो दो सालों में नए मामलों का सबसे ऊंचा स्तर था। शेनजेन में अधिकारी हुआंग शियांग ने पत्रकारों को बताया, “शहरी ग्रामीण इलाकों और फैक्ट्रियों में छोटे स्तर पर कई क्लस्टर पाए गए हैं। इससे सामुदायिक संचार के बड़े खतरे के संकेत मिलते हैं और ज्यादा एहतियात की जरूरत है।”देश के सबसे बड़े शहर शंघाई में तो कुछ मोहल्लों और आवासीय इलाकों को सील कर दिया गया। अधिकारी अभी पूर्ण तालाबंदी को टालना चाह रहे हैं। शहर में सोमवार को 170 नए मामले सामने आए जो
व्यापारियों में आने वाले आर्थिक कष्ट को लेकर चिंता पैदा करने के लिए काफी थे। प्रकोप के दूसरे स्थानों में हालात इससे ज्यादा चिंताजनक हैं। पूर्वोत्तर में जिलिन प्रांत में लगातार दो दिनों तक 1,000 नए मामले सामने आए। मार्च की शुरआत से इस प्रांत के कम से कम पांच शहरों में तालाबंदी लागू की जा चुकी है। शेनजेन के एक निवासी द्वारा भेजी गई तस्वीरों में एक आवासीय परिसर के प्रवेश द्वार पर ही बड़े बड़े प्लास्टिक के बैरियर दिखाई दे रहे थे। सोशल मीडिया पर स्थानीय लोग मजाक मजाक में चर्चा कर रहे थे कि कैसे तालाबंदी लगने से ठीक पहले उन्हें लैपटॉप लेने अपने अपने दफ्तर भाग कर जाना पड़ा। सोमवार को हॉन्गकॉन्ग स्टॉक एक्सचेंज में तकनीक कंपनियों के स्टॉक गिर गए। शेनजेन आईफोन निर्माता फॉक्सकॉन, हुआवेई और टेनसेंट जैसी तकनीक कंपनियों का गढ़ है।