जयंत चौधरी:- असल नतीजे सर्वे से अलग होंगे, एग्जिट पोल्स मानसिक दबाव बनाने का हथकंडा
उत्तर प्रदेश में चुनाव खत्म होने के बाद सामने आए एग्जिट पोल्स में भाजपा की दोबारा वापसी के अनुमानों ने भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को गदगद कर दिया है, वहीं विपक्ष को इन एग्जिट पोल्स के अनुमानों से सहमत नहीं हैं। सपा संग गठबंधन कर चुनाव लड़ने वाले राष्ट्रीय लोक दल रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी इसे विपक्ष पर मानसिक दबाव बनाने का हथकंडा बता रहे हैं। एग्जिट पोल पर रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने मंगलवार को कहा कि जब तक ईवीएम खुल नहीं जाती, किसी को भी नतीजे का पता नहीं चल पाता है। उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल की एक प्रक्रिया होती है। मैंने पोलिंग बूथों पर किसी एक्जिट पोल के व्यक्ति को नहीं देखा, पता नहीं उन्हें अपना डेटा कहां से
मिलता है। यह एक नजरिया है और मैं इससे सहमत नहीं हूं। मानसिक दबाव बनाने की युक्ति है। जो उत्साह हमने देखा, परिवर्तन लाने के लिए एक निश्चय लोगों में था। मुझे लगता है असल नतीजे सर्वे से अलग होंगे। गठबंधन की सरकार बनेगी, इसमें कोई संदेह नहीं है। बता दें कि, उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 403 सीटों के लिए 10 फरवरी से 07 मार्च तक सात चरण में हुए मतदान के बाद कुल 4406 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद हो गया है। चुनाव आयोग द्वारा पूर्व निर्धारित चुनाव कार्यक्रम के मुताबिक, 10 मार्च को मतगणना के बाद फाइनल चुनाव परिणाम घोषित किया जाएगा। जानकारी के अनुसार, कई ‘एग्जिट पोल’ में उत्तर प्रदेश में भाजपा और पंजाब में आम आदमी
पार्टी (आप) को स्पष्ट बहुमत मिलने का सोमवार को अनुमान जताया गया। सीएनएन न्यूज 18, टाइम्स नाउ, रिपब्लिक टीवी और न्यूज एक्स चैनलों के एग्जिट पोल के अनुसार उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को 326 व 211 के बीच सीट और समाजवादी पार्टी (सपा) के नेतृत्व वाले गठबंधन को 160 व 71 के बीच सीट मिलने का अनुमान है। इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया ने उत्तर प्रदेश में भाजपा और उसके सहयोगियों के लिए 288-326 सीट और सपा गठबंधन के लिए 71-101 सीट का अनुमान जताया है। न्यूज 24-टुडे के चाणक्य ने राजग के लिए 294 सीट और अखिलेश यादव के नेतृत्व वाले गठबंधन के लिए 105 सीट की संभावना जताई। गौरतलब है कि वर्ष 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में भाजपा को शानदार सफलता मिली थी। भाजपा ने यहां विधानसभा की 403 में से 312 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी। उत्तर प्रदेश में मौजूदा
विधानसभा का कार्यकाल 14 मई 2022 तक है। 2012 से 2017 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी को 2017 के विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश विधानसभा की 403 सीटों में सिर्फ 47 सीटों पर जीत मिली थी, जबकि भाजपा ने अकेले 312 और उसके सहयोगियों ने 13 सीटें जीती थीं। वहीं, BSP को 19, कांग्रेस को 07 सीट और अन्य को 5 सीटें मिली थीं। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा को भारी जीत मिली थी। उत्तर प्रदेश में भाजपा गठबंधन को 43 फीसदी और सपा और उसके सहयोगियों को 35 फीसदी मत प्रतिशत मिलने का अनुमान जताया है। सीएनएन न्यूज 18-मैट्रिज के एग्जिट पोल में उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और सहयोगियों के लिए 262-277 सीट और उत्तर प्रदेश में सपा और सहयोगियों के लिए 119-134 सीटें मिलने का अनुमान जताया। टाइम्स नाउ-वीटो ने उनके लिए क्रमशः 225 और 151 सीटें मिलने की संभावना जताई।