कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एन्ट्रेन्स टेस्ट… NEET) को स्थगित करने की मांग करते हुए मंगलवार को कहा कि छात्रों को एक निष्पक्ष मौका मिलना चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया, “भारत सरकार को छात्रों की परेशानी नहीं दिख रही है। नीट परीक्षा को स्थगित करिये। छात्रों को निष्पक्ष मौका दीजिये।”
उल्लेखनीय है कि नीट (स्नातक) की परीक्षा 12 सितंबर को प्रस्तावित है।
सुप्रीम कोर्ट ने किया परीक्षा स्थगित करने से इनकार
मेडिकल प्रवेश परीक्षा 2021 को स्थगित करने की मांग को लेकर दायर याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया है। मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश (स्नातक कोर्सों ) के लिए होने वाली राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) 12 सितंबर 2021 को होगी। बोर्ड की कम्पार्टमेंट/प्राइवेट/पत्राचार परीक्षा में भाग लेने वाले छात्रों के एक समूह की ओर से नीट परीक्षा को स्थगित करने की मांग की गई थी।
सुप्रीम कोर्ट ने अभ्यर्थियों को कहा कि वे इस संबंध में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) से ऑप्ट आउट विकल्प देने के संबंध में गुजारिश कर सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए को निर्देश दिए कि वह छात्रों की चिंता का उचित समाधान करे। न्यायाधीश एएम खानविल्कर, हृषिकेश रॉय और सीटी रवि कुमार की पीठ ने कहा कि नीट स्थगित करने के किसी भी फैसल से 16 लाख छात्र प्रभावित होंगे जिन्होंने इस परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। इसके अलावा परीक्षा स्थगित करने से दूसरी परीक्षाओं के साथ टकराव भी हो सकता है।
अदालत ने कहा कि सीबीएसई की परीक्षाओं में भाग लेने वाले अभ्यर्थी को किसी ऐसे विकल्प का चयन करने की जरूरत है जिससे कि वे परीक्षा में भाग ले सकें। छात्रों ने दावा किया कि सीबीएसई का फिजिक्स पेपर ओडिशा जेईई के साथ 9 सितंबर को है, वहीं नीट 12 सितंबर को। छात्रों ने कहा कि इससे पहले एनटीए ने ऐसी स्थिति में जेईई सत्र 4 की परीक्षा को भी स्थगित कर दिया था। ऐसे में नीट के बारे में भी एनटीए को ऐसे निर्देश जारी किए जा सकते हैं।