भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा कराए गए एक आंतरिक सर्वेक्षण से पता चला है कि अगले साल की शुरुआत में होने वाले दिल्ली के निकाय चुनावों में भाजपा के लिए 40-50 सीटें भी हासिल करना मुश्किल होगा। आम आदमी पार्टी (आप) के नेता दुर्गेश पाठक ने सोमवार को यह दावा किया।
‘आप’ नेता के दावे को खारिज करते हुए, दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि यह अजीब है कि सत्तारूढ़ दल अब भाजपा के लिए “मनगढ़ंत” सर्वेक्षण कर रहा है। दिल्ली के तीनों नगर निगमों (एमसीडी) पर भाजपा का शासन है।
‘आप’ के एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने एक बयान में कहा कि पिछले चुनाव में दिल्ली की जनता ने 181 सीटें देकर तीनों नगर निकायों की बागडोर भाजपा को सौंपी थी। हालांकि, उन्होंने भाजपा पर एमसीडी को बर्बाद करने का आरोप लगाया। पाठक ने दावा किया कि भाजपा द्वारा किए गए एक आंतरिक सर्वेक्षण से पता चला है कि भगवा पार्टी के लिए अगले एमसीडी चुनावों में 40-50 सीटें भी जीतना मुश्किल होगा।
उन्होंने कहा कि दिल्ली को विश्वस्तरीय शहर बनाना है और यह तभी होगा जब दिल्ली और एमसीडी दोनों पर ‘आप’ का शासन होगा। वहीं, भाजपा प्रवक्ता कपूर ने दिल्ली को विश्वस्तरीय शहर बनाने के आप’ के दावे को नौटंकी बताकर खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि यह अजीब है कि ‘आप’ अब भाजपा के लिए ‘काल्पनिक’ सर्वेक्षण कर रही है और उनके परिणाम भी घोषित कर रही है।
2015 और 2019 के विधानसभा चुनावों में, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को लंदन और पेरिस जैसे शहर में बदलने का वादा किया था, लेकिन पिछले सात वर्षों में, उन्होंने राजधानी को एक भी फ्लाईओवर या सड़क परियोजना नहीं दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि ‘आप’ ने यमुना को टेम्स में बदलने का वादा किया था, लेकिन इसे नाला बना दिया।
दिल्ली में तीन नगर निकाय- उत्तरी दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी), दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) और पूर्वी दिल्ली नगर निगम (ईडीएमसी) हैं। दिल्ली में नगर निगम की 372 सीटें हैं।