टाटा ग्रुप ने अपने डिजिटल कारोबार को बढ़ाने के लिए बड़ा फैसला लिया है, जो रिलायंस जियोमार्ट, फ्लिपकार्ट और अमेजन जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों का हौसला तोड़ने के लिए काफी है. टाटा ग्रुप अपने सुपर ऐप वेंचर में 16 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश करने का मन बना रही है. इस मामले से परिचित लोगों के अनुसार, टाटा ग्रुप अपने सुपर ऐप वेंचर में 2 बिलियन डॉलर की नई पूंजी लगाने पर विचार कर रहा है, ताकि ग्रुप के डिजिटल बिजनेस को बढ़ावा मिल सके।
सुपर ऐप को मिलेगी मदद
टाटा डिजिटल को यह डील आगे बढ़ने पर दो साल में एक्सट्रा फंड मिलेगा. जानकारों के अनुसार कैपिटल ऑनलाइन प्लेटफॉर्म टाटा न्यू की मदद कर सकती है, जो पिछले अप्रैल में लाइव हो गई थी, ताकि वह अपने डिजिटल ऑफर्स को और स्ट्रांग कर सके, तकनीकी खामियों को दूर सके और किसी भी नए खर्च की जरूरत को पूरा कर सके. टाटा ग्रुप ने टाटा डिजिटल को सुपर ऐप के वैल्यूएशन को बढ़ाने के तरीकों की तलाश करने के लिए कहा है. जानकारों की मानें तो विचार-विमर्श चल रहा है और ग्रुप अभी भी डील के साइज और टाइम को बदल सकता है. टाटा समूह और टाटा डिजिटल ने अभी इस कॉमेंट करने से मना कर दिया है।
कब लॉन्च हुआ था ऐप?
टाटा न्यू, 2020 के मिड से भारत का पहला सुपर ऐप है, जो चीन के अली-पे और वी-चैट पर बेस्ड था, लेकिन पिछले साल लॉन्च होने के तुरंत बाद इसे तकनीकी गड़बड़ियों और ग्राहकों की शिकायतों का सामना करना पड़ा. स्थानीय हैवीवेट रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और अडानी ग्रुप भी अपने खुद के सुपर ऐप को भी रोल आउट करने का मन बना चुके हैं. टाटा न्यू यूजर्स को किराने का सामान और गैजेट्स खरीदने के साथ-साथ टाटा के अंडर में आने वाले सभी ब्रांड से लेकर हवाई जहाज का टिकट और रेस्तरां में सीट रिजर्व करने तक की परमीशन देता है. ऐप मेंबरशिप सर्विस के साथ भी आता है और बिल पेमेंट, लोन और इंश्योरेंस जैसे फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स भी प्रोवाइड कराता है।
कितना रेवेन्यू हो पाएगा जेनरेट
उम्मीद है कि टाटा न्यू अपने शुरुआती साल में बिक्री लक्ष्य का आधा ही हासिल कर पाएगी. ब्लूमबर्ग न्यूज ने जनवरी में बताया कि 2022 की शुरुआत में निर्धारित 8 बिलियन डॉलर के लक्ष्य की तुलना में सुपर ऐप से 31 मार्च तक लगभग 4 बिलियन डॉलर की बिक्री होगी. टाटा समूह ने अपने ई-कॉमर्स पोर्टफोलियो को मजबूत करने के लिए पिछले तीन वर्षों में 2 बिलियन डॉलर से ज्यादा का निवेश करते हुए ई-ग्रॉसर बिग—बास्केट और ई-फार्मेसी 1एमजी सहित फर्मों का अधिग्रहण किया।