अब बस बहुत हुआ…खामोश नहीं रहेंगे विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा

दिल्ली में टेस्ट मैच शुरू होने में कुछ दिनों का समय बाकी है, लेकिन टीम इंडिया के दो स्टार खिलाड़ी ऐसे हैं जिनपर इस टेस्ट मैच में सबकी निगाहें होंगी. इन दोनों से उम्मीद रहेगी कि वो पहले टेस्ट में तो चूक गए लेकिन दूसरे टेस्ट में इनका बल्ला बोले और टीम टर्निंग ट्रैक पर भी बड़ा स्कोर खड़ा कर सके. जी हां हम बात कर रहे हैं विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा की जो टेस्ट में टीम इंडिया की जान हैं. इनका रन बनाना ज़रूरी है अगर टीम टेस्ट सीरीज़ में 3 टेस्ट जीतकर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के सपने को सच में तब्दील करना चाहती है।

सबसे पहले बात विराट की ही कर लेते हैं. विराट कोहली के बल्ले से टेस्ट में आखिरी शतक 22 नवंबर 2019 को कोलकाता के ईडन गार्ड्नस पर निकला था. उसके बाद से विराट ने 21 टेस्ट की 37 पारियां में एक भी शतक नहीं लगाया है. इस दौरान विराट ने 25.80 की औसत से 929 रन बनाए हैं, जिसमें 6 अर्धशतक शामिल हैं. सर्वश्रेष्ठ स्कोर रहा 79. बता दें ये उनके करियर औसत से काफी कम है, विराट का करियर औसत 48.28 का है. इसमें से ज्यादातर वक्त उसी दौर का है जब विराट ऑउट ऑफ फॉर्म रहे. लेकिन 2022 एशिया कप में अफगानिस्तान के खिलाफ टी20 में शतक लगाने के बाद फॉर्म में लौटे विराट ने व्हाइट बॉल क्रिकेट में पिछले दिनों बहुत रन बनाए हैं।

टीम 20 और वनडे में अपनी पूरानी फॉर्म दिखाई है. लेकिन टेस्ट में ऐसे वो नहीं कर पा रहे.2022 दिसंबर में खेली बांग्लादेश में खिलाफ 2 टेस्ट मैच की सीरीज़ हो या फिर नागपुर में बॉर्डर-गावस्कर सीरीज़ का पहला टेस्ट मैच विराट स्पिनर का लगातार शिकार हो रहे हैं. खासतौर पर देखा गया है कि बाएं हाथ के स्पिनर के सामने विराट अपना विकेट गंवा बैठते है. ये दिक्कत फॉर्म की कम और अब तकनीक की ज्यादा नज़र आ रही है. विराट अगर इस परेशानी से उबरकर प्रदर्शन कर पाए तो कई और उपल्बधियां उनका इंतज़ार कर रही है. दिल्ली टेस्ट में 52 रन और बनाते ही वो अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने 25 हज़ार रन पूरे कर लेंगे . ऐसा कारनाम करने वाले वो दुनिया के छठे बल्लेबाज़ बन सकते हैं।

पुजारा का ‘शतक’ पक्का है

वहीं चेतेश्वर पुजारा के लिए भी दिल्ली टेस्ट खास रहने वाला है क्योंकि ये उनके करियर का 100वां टेस्ट मैच होगा. ऐसा करने वाले 13वें भारतीय खिलाड़ी बन जाएंगे. इस मामले में पहले नंबर पर सचिन तेंदुलकर हैं. अपने 100वें टेस्ट में पुजारा के बल्ले से भी शतक निकले इसके लिए उन्होंने जमकर अभ्यास भी किया है. नागपुर के जामथा में सेशन के दौरान पुजारा मौजूद थे. उन्होंने स्पिन के खिलाफ अपनी तैयारियों और पुख्ता किया।

पुजारा टेस्ट में वही रोल अदा करते है जो विराट वनडे के अंदर और पुजारा का चलना टीम इंडिया के लिए लगभग जीत की गांरटी हो जाती है. टीम इंडिया के जीते हुए मैचों में पुजारा का औसत 44 से बढ़कर 51 हो जाता है जो ये बताता है कि पुजारा के बल्ले से निकाले रन टीम इंडिया के कितनी काम आते हैं. दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम पर पुजारा का रिकॉर्ड तो अच्छा है लेकिन अभी तक खेले 3 टेस्ट मैचों में वो इस मैदान पर शतक नहीं लगा पाए हैं जिसका फैन्स को इंतजार रहेगा।

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