रूसी सैनिकों का यूक्रेन के मेलिटोपोल शहर पर कब्जा- रूसी रक्षा मंत्रालय ने किया दावा

रूसी सैनिकों का यूक्रेन के मेलिटोपोल शहर पर कब्जा- रूसी रक्षा मंत्रालय ने किया दावा

कीव, 26 फरवरी। यूक्रेन पर रूसी सेना युद्ध के तीसरे दिन एक बार फिर अपना आक्रमण तेज किए हुए है। इधर रूसी सैनिकों ने यूक्रेन के मेलिटोपोल शहर पर कब्जा कर लिया है।रूसी रक्षा मंत्रालय ने इस बात का दावा किया है कि उसने अब शहर पर पूरी तरह कब्जा कर लिया है। कीव पर भी अपना कब्जा करने के लिए रूस लगातार हमले कर रहा है। रायटर्स के अनुसार रूस ने कीव में दो मिसाइलें दागी हैं जिसमें से एक ज़ुल्यानी हवाई अड्डे के पास और दूसरी आवासीय भवन में जाकर लगी है। दूसरी ओर रूस द्वारा कीव के विक्ट्री एवेन्यू पर सैन्य इकाइयों को निशाना बनाने की खबर सामने आई है। हालांकि रूस ने इस हमले को खारिज कर दिया था लेकिन न्यूज एजेंसी एएफपी ने इसकी पुख्ता जानकारी दी है और यूक्रेन की सेना ने भी अब अपने सत्यापित फेसबुक पेज पर इसकी पुष्टि कर दी है।

वहीं अब पुतिन की सेना यूक्रेन पर कब्जा करने के करीब पहुंच गई है, दूसरी ओर पुतिन ने भी अन्य देशों को धमकी दे डाली है कि कोई भी बीच में न पड़े नहीं तो उसे भी अंजाम भुगतना पड़ सकता है। उन्होंने अमेरिका समेत सभी देशों को चेताते हुए कहा कि हमारे पास परमाणु हथियार हैं जो हम जरूरत पड़ने पर चला सकते हैं। गौरतलब है कि यूक्रेन की राजधानी कीव में स्थानीय समयानुसार शुक्रवार शाम को एक बार फिर तोपों की गरज सुनाई दी। जंग के तीसरे दिन रूस के सैनिक राजधानी कीव के काफी करीब पहुंच चुके हैं। रात दिन हो रहे धमाकों से देश में दहशत है।

रूस के यूक्रेन पर जारी हमले के बीच यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कीव की एक तस्वीर साझा की है। तसवीर से रूस द्वारा नागरिकों के ऊपर किए जा रहे हमले के साफ सबूत दिख रहे हैं। तसवीर में एक बहुमंजिला इमारत पर किए गए राकेट हमले को दिखाया गया है। मंत्री ने इसके जरिए दुनिया से रूस को अलग-थलग करने की अपील की है।

यूक्रेन के हालात पर भारत में जर्मनी के राजदूत वाल्टर जे लिंडनर ने पुतिन द्वारा छेड़े गए युद्ध की निंदी की है। उन्होंने कहा कि यह शर्म की बात है और साथ ही ये चेतावनी दी कि वह आर्थिक प्रतिबंधों के साथ प्रतिक्रिया देंगे। लिंडनर ने कहा कि हम दूसरे देश पर कब्जे की अनुमति नहीं दे सकते।

रूसी हमलों के बीच कीव के अधिकारियों ने अपने निवासियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि रूसी सेना के खिलाफ सड़क पर लड़ाई चल रही है और वे लोगों से शरण लेने का आग्रह कर रहे हैं। शनिवार को जारी चेतावनी में निवासियों को आश्रयों में रहने, खिड़कियों या बालकनियों के पास जाने से बचने की सलाह दी गई है।

राष्ट्रपति जेलेन्सकी ने कीव से एक वीडियो जारी कर इस बात की पुष्टि की वे रूस का सामना करने के लिए कीव में डटे हुए हैं, देश को अकेला छोड़ कहीं नहीं गए हैं और न जाने वाले हैं। उन्होंने कहा कि यूक्रेनियन हमेशा लड़ते रहें हैं और आगे भी लड़ना जारी रखेंगे।

यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने शुक्रवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर से फोन पर बात की। उन्होंने यूक्रेन के खिलाफ सैन्य अभियानों को समाप्त करने के लिए रूस के साथ भारत के संबंधों के प्रभाव का उपयोग करने का आग्रह किया। कुलेबा ने भारत से एक अस्थायी UNSC सदस्य के रूप में भी ‘यूक्रेन में शांति बहाल करने’ पर मसौदा प्रस्ताव का समर्थन करने का भी आग्रह किया।

यूक्रेन संकट के बीच भारतीय छात्रों को निकालने के लिए सरकार अपनी पूरी कोशिश कर रही है। इधर, पोलैंड में भारत की राजदूत नगमा मलिक ने बताया कि दूतावास ने तीन टीमों का गठन किया है जो फंसे हुए भारत एन छात्रों को स्थानांतरित करने में सहायता करेगी। इन टीमों में से एक लविवि में है। उन्होंने बताया कि सभी फंसे हुए छात्रों के लिए पोलैंड की सरकार यात्रा को आसान बनाने के लिए पुरजोर कोशिश कर रही है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेन्सकी के प्रवक्ता ने कहा है कि आज रात रूस राजधानी कीव को दहलाने की कोशिश कर सकता है। अब यूक्रेन सीजफायर व शांति के लिए सहमत है। शुक्रवार को सोशल मीडिया पर प्रवक्ता सर्गी नाइकाइफोरोव ने कहा कि बातचीत के लिए समय और स्थान के चुनाव को लेकर रूस व यूक्रेन के बीच वार्ता जारी है। उन्होंने कहा, ‘यूक्रेन सीजफायर के बारे में बातचीत के लिए तैयार है।’ राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने तो यहां तक कह दिया कि अब उनकी सेनाएं चार दिन तक ही राजधानी कीव को बचा पाएंगी, क्योंकि कब्जे की लड़ाई उसके नजदीक आ गई है।

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