दुनियाभर के देशों में महामारी से निपटने की तैयारियों में गिरावट दर्ज की गई है। वह भी ऐसे समय जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस का प्रकोप झेल रही है। वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा सूचकांक 2021 में यह खुलासा हुआ है। सूचकांक से यह भी पता चलता है कि अधिकतर देश किसी भी बड़े संक्रामक रोग से निपटने के लिए तैयार नहीं है।
वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा सूचकांक विश्व स्तर पर महामारी और महामारी के खतरों का पहला व्यापक मूल्यांकन है। महामारी से पहले 2019 में स्वास्थ्य को लेकर दुनियाभर की तैयारी का स्कोर 100 में 40.2 था जो अब 2021 में गिरकर 38.9 हो गया है। 75.9 अंकों के साथ अमेरिका पहले स्थान पर है। 71.1 अंकों के साथ ऑस्ट्रेलिया दूसरे स्थान पर है। जबकि 70.9 अंकों के साथ फिनलैंड तीसरे नंबर पर है। भारत के भी जीएचएस स्कोर में 2019 की अपेक्षा 0.8 अंकों की गिरावट देखने को मिली है और अब यह 42.8 है। 195 देशों में भारत को 66वां स्थान मिला है।
इन 6 वर्गों के आधार पर सूचकांक का निर्धारण
रोकथाम
रोगाणुओं की उत्पत्ति की रोकथाम।
डिटेक्शन एंड रिपोर्टिंग
शुरुआती चरणों में ही पहचान तथा रिपोर्टिंग।
त्वरित प्रतिक्रिया
महामारी की रोकथाम हेतु त्वरित प्रतिक्रिया।
स्वास्थ्य प्रणाली
रोगियों के इलाज और स्वास्थ्य कार्यकर्त्ताओं की सुरक्षा हेतु मजबूत स्वास्थ्य प्रणाली।
अंतरराष्ट्रीय मानदंडों का अनुपालन
राष्ट्रीय क्षमता में सुधार हेतु प्रतिबद्धता, वित्तीय योजनाओं व वैश्विक मानदंडों का अनुपालन।
जोखिमपूर्ण वातावरण
समग्र जोखिम व जैविक खतरों की जानकारी।