टोक्यो ओलंपिक स्थगित होने से खेलगांव को लेकर नई दुविधा

टोक्यो बे के सामने बने सैकड़ों आलीशान अपार्टमेंटों में जुलाई अगस्त में जमकर रौनक लगने वाली थी, लेकिन अब ओलंपिक स्थगित होने से आयोजकों के सामने नयी दुविधा पैदा हो गई है। खेलगांव के ये महंगे अपार्टमेंट पहले ही बिक चुके हैं। इस खेलगांव में 11000 खिलाड़ियों को रहना था। शहर का अद्भुत नजारा दिखाते इन अपार्टमेंट में कुछ फ्लैट की कीमत 15 लाख डॉलर तक है। अब इन्हें खरीदने वालों के सामने अनिश्चितता की स्थिति बन गई है। 

टोक्यो प्रापर्टी सेंट्रल की निदेशक जो वार्ड ने कहा, ”खरीदारों को इससे बड़ी असुविधा होगी। अब खरीदार अनुबंध को खंगालने में जुट गए हैं कि कैसे सुरक्षा जमा गंवाए बिना उन्हें पैसा वापिस मिल जाए।” 

वार्ड ने कहा, ”करार में लिखा है कि प्राकृतिक आपदा या विक्रेता के नियंत्रण के बाहर की चीजें इस वर्ग में आएगी।” सलाहकार फर्म ओरागा रिसर्च के सीईओ और प्रापर्टी विशेषज्ञ तोमोहिरो माकिनो ने कहा, ”दाम गिरने को लेकर भी चिंता है। ओलंपिक को लेकर रोमांच और उत्साह खत्म होने के बाद हालात खराब हो जाएंगे। अभी तो सौदे रद्द होने की भी चिंता है।”

जापान में ओलंपिक विरोधियों ने खेलों को रद्द करने की मांग की 
जापान में ओलंपिक स्थगित होने से भले ही कई निराश होंगे, लेकिन एक छोटा सा समूह ऐसा भी है जो खेलों को रद्द करने की मांग कर रहा है। जापान में ओलंपिक खेल विरोधी इस समूह ने ट्वीट किया, ”हम स्थगन नहीं चाहते। हम चाहते हैं कि ये खेल रद्द हों। मंगलवार को खेल स्थगित किए जाने की घोषणा के कुछ मिनट बाद ही चंद प्रदर्शनकर्ता शहर के बीच जमा हो गए।”

इनमें से एक तोशियो मियाजाकी ने कहा, ”हम विभिन्न कारणों से हर महीने रैली कर रहे हैं। हमें खेलों के व्यवसायीकरण से चिढ़ है। हम टोक्यो ओलंपिक के खिलाफ हैं। टोक्यो स्थानीय प्रशासन  लिए काम करने वाले मियाजाकी ने कहा, ”कोरोना वायरस के कारण खेल स्थगित हो गए हैं लेकिन जापान के लोगों को दोबारा सोचना चाहिए कि क्या ओलंपिक कराना वाकई जरूरी है।”

प्रदर्शन में शामिल कुमिको सुडो को इस बात से नाराजगी है कि खेलों के लिए बुनियादी ढांचा खड़ा करने की कवायद में बेघरों से अस्थाई शिविर भी छीन लिए गए। जापान में इन खेलों को रिकवरी ओलंपिक कहा जा रहा है जिसके जरिये यह दिखाना चाहते हैं कि भूकंप , सुनामी और परमाणु रिसाव की त्रासदी झेलने के बाद भी देश ओलंपिक का आयोजन कर पाने में सक्षम है। कुछ लोगों का हालांकि यह मानना है कि यह पैसा तबाही झेल चुके लोगों के काम आना चाहिए था।

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